आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहे ‘एक प्यार का नगमा’ लिखने वाले संतोष आनंद।

नॉएडा : गुजरे जमाने के मशहूर गीतकार संतोष आनंद ने अपने समय में कई बॉलीवुड फिल्मों में बढ़िया संगीत दिया है. 81 साल के संतोष आनंद ने मोहब्बत है क्या चीज, इक प्यार का नगमा है, मेघा रे मेघा रे मत जा तू परदेश, जिंदगी की ना टूटे लड़ी प्यर कर ले घड़ी दो घड़ी जैसे बढ़िया गाने हमें दिए हैं. हालांकि, अब वो समय आ गया है जब संतोष बूढ़े हो चुके हैं और उनके पास करने के लिए कोई काम नहीं है।

संतोष आनंद का जन्म बुलंदशहर के सिकंदराबाद में हुआ था। उन्होंने फिल्म पूरब और पश्चिम से अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने अपना पहला गाना ‘एक प्यार का नगमा है’ लिखा था, जो 1972 की फिल्म शोर में सुना गया था. इस गाने को मुकेश और लता मंगेशकर ने गाया था और लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जोड़ी ने इसे कंपोज कंपोज किया था। 

बताया जाता है कि संतोष और उनकी पत्नी को शादी के दस साल बाद बेटा हुआ था, जिसका नाम उन्होंने संकल्प रखा था. संकल्प, गृह मंत्रालय में IAS अधिकारियों को सोशियोलॉजी और क्रिमिनोलाॅजी पढ़ाते थे. वे काफी समय से मानसिक रूप से परेशान थे. संकल्प आत्महत्या से पहले 10 पेज का सुसाइड नोट भी लिखा था, जिसमें होम डिपार्टमेंट के कई सीनियर अधिकारी और डीआईजी का नाम शामिल था. बूढ़े संतोष की परेशानी को देखते हुए सिंगर नेहा कक्कड़ ने 5 लाख रुपये देने की घोषणा की है।

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