• नवनियुक्त सीईओ ने एसीईओ व विभागाध्यक्षों के साथ की पहली बैठक
  • जलभराव, सफाई व बिजली की समस्या को हल करने पर दिया जोर
  • सीईओ ने चेताया, भ्रष्टाचार की शिकायत मिली तो होगी सख्त कार्रवाई
  • कहा, आपके पास जो भी आए उसे बिठाकर ही उसकी शिकायतों को सुनें

ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में नए सीईओ के तौर पर गोरखपुर मंडलायुक्त रहे आईएएस रवि कुमार एनजी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। रवि कुमार एन जी को ब्यूरोक्रेसी का बहुत लंबा अनुभव है। प्रदेश और केंद्र में बहुत महत्वपूर्ण पदों पर अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं। मौजूदा हालातों में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का सीईओ पद चुनौतियों से भरा हुआ है। सीईओ के लिए सबसे पहली चुनौती किसानों के दोबारा से उठा रहे आंदोलन को शांत कराना होगा। क्योंकि किसानों का प्राधिकरण के अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से विश्वास टूट चुका है। जिसके बाद किसानों की लीजबैक और आबादी भूखंड के मामले निपटाना होगा।

नए सीईओ के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती और है जिसमें शहर के विकास को रफ्तार और विस्तार के साथ आगे बढ़ाते हुए जोरो से बढ़ रहे अवैध निर्माण को भी रोकना चुनौती होगा, अवैध निर्माण आगे चलकर के और अभी भी प्राधिकरण के विकास के लिए बड़ी बाधा उत्पन्न करेगा।

चार्ज संभालने के बाद अपनी पहली परिचय बैठक में नवनियुक्त सीईओ ने सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश दिए कि कोई भी व्यक्ति ऑफिस में आए तो उसे बिठाकर सम्मान के साथ उसकी शिकायतों को सुनें और उसकी समस्या को हल करें। अगर आपके स्तर से उसकी शिकायत दूर नहीं होती है तो उसे हमारे पास लाएं। सीईओ चेताया कि जनता से बदतमीजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
नवनियुक्त सीईओ एनजी रवि कुमार ने कहा कि प्राधिकरण में आने वाले हर आवंटी, किसान या जनमानस को यहां आने पर अच्छा फील होना चाहिए। सीईओ ने साफ किया कि भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने सभी अधिकारियों से फील्ड में जाकर समस्याएं चिंहित करने और उनके समाधान के साथ रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने को कहा, ताकि उनका शीघ्र समाधान हो सके। बारिश के मौसम को देखते हुए सीईओ ने निर्देश दिए कि प्रोजेक्ट विभाग यह सुनिश्चित कर लें कि कहीं भी जलभराव की स्थिति न हो। शहर में कहीं भी गंदगी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एनजी रवि कुमार ने कहा कि बारिश में बिजली की समस्या बढ़ जाती है। इसलिए से बात करके कमजोर इंफ्रा को तत्काल दुरुस्त करें। अगर कोई हादसा हुआ तो दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने मूलभूत सुविधाओं को विकसित करने पर अधिक जोर दिया। बैठक में एसीईओ मेधा रूपम, एसीईओ अमनदीप डुली, एसीईओ आनंद वर्धन, ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव समेत प्राधिकरण के सभी वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।

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