भारत : पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कोरोना वायरस ने कामकाजी जीवन को पूरी तरह बदल दिया है। टेक्नॉलजी की मदद से घर से काम करने का अनुभव साझा करते हुए पीएम मोदी ने देश के युवाओं को दुनिया के लिए नया बिजनेस मॉडल और वर्क कल्चर तलाशने का टारगेट दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया अभी इसकी तलाश में है और भारत के युवा इसमें अग्रणी भूमिका निभा सकते हैं। पीएम ने कहा कि हर संकट कुछ अवसर लेकर आता है और कोरोना वायरस संकट भी इससे अलग नहीं है।
अभिनव उत्साह के लिए मशहूर भारत जैसा युवा देश नया वर्क कल्चर देने में अग्रणी बन सकता है। मैं इस नए व्यवसाय और कार्य संस्कृति को निम्न वॉवेल्स (।एम्एप्एव्एन्) में पुनर्परिभाषित करता हूं। मैं इन्हें न्यू नॉर्मल का वॉवेल्स कहता हूं।
कोविड-19 के दौर में जिंदगीश् शीर्षक से लेख में पीएम मोदी ने कहा कि आज ऐसे बिजनेस और लाइफस्टाइल मॉडल तलाशने की जरूरत है जिसे आसानी से अपनाया जा सके। ऐसा करने का मतलब होगा कि संकट के समय में भी हमारा ऑफिस और कारोबार तेजी से चलता रहे। किसी की जिंदगी नहीं जाएगी। पीएम मोदी ने डिजिटल पेमेंट का उदाहरण देते हुए कहा कि देश में डिजिटल ट्रांजैक्शन तेजी से बढ़ रहा है। पीएम मोदी ने दूसरा उदाहरण टेलिमेडिसिन का देते हुए लिखा, हम देख रहे हैं कि लोग क्लीनिक गए बिना परामर्श ले रहे हैं। यह एक साकरात्मक संकेत है। क्या हम टेलिमेडिसिन में अधिक मदद के लिए बिजनेस मॉडल के बारे में सोच सकते है
हमें ऐसे मॉडल की तलाश करनी होगी जिसमें उत्पादकता और दक्षता अधिक हो। एक निश्चित समय में टास्क पूरा करने पर जोर दिया जाए। पीएम मोदी ने ऐसे बिजनेस मॉडल के तलाश की अपील की जो गरीबों और जरूरतमंदों के कल्याण से जुड़ा हो। उन्होंने कहा कि मानवीय गतिविधि में कमी से पर्यावरण पर अच्छा असर हुआ है। ऐसी तकनीक के विकास को लेकर बहुत संभावनाएं हैं जिससे हमारा प्रभाव पृथ्वी पर कम हो।
हर संकट अपने साथ कुछ संभावनाएं लाता है। कोविड-19 भी इससे अलग नहीं है। आइए तलाशें कि नई संभावनाएं और ग्रोथ के नए क्षेत्र कौन से हो सकते हैं। भारत कोविड-19 के बाद की दुनिया में आगे हो। हमें सोचना चाहिए कि किस तरह हमारे लोग, योग्यता और क्षमताओं का इस्तेमाल किया जा सकता है।
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