इस मौके पर जतन प्रधान और आलोक नागर ने बताया कि कल दिनांक 30 मई की रात को आईएएस रानी नागर पर हुए हमले के संबंध में आज क्षेत्र के सामाजिक लोग उनके निवास गाजियाबाद पर मिलने पहुंचे और उनके साथ हुए हमले के बारे में जानकारी ली इस संबंध में आईएएस रानी नागर ने कहा की कल रात 9:30 बजे के करीब मैं और मेरी बहन रीमा नागर अपने मकान के बाहर वाकिंग कर रहे थे तभी एक व्यक्ति रोड लेकर आता है और उसने मेरे ऊपर हमला किया मैंने तो झुक कर अपना बचाव किया लेकिन मेरी बहन रीमा नागर उसकी चपेट में आ गई और मेरी बहन को गंभीर चोटें आई हैं यह हमला साजिश के तहत किया जा रहा है पिछले काफी समय से हमारे खिलाफ साजिश रची जा रही है हम दोनों बहन डरे हुए हैं
जतन प्रधान और आलोक नागर ने बताया कि रीना नागर पिछले 2 साल से हर राजनीतिक पार्टी के नेता के पास पहुंचे किसी ने हमारी मदद नहीं की हर नेता की तरफ से हमें निराशा हाथ लगी अब हम परेशान होकर मजबूरी में आईएएस पद से इस्तीफा देना पड़ा और अपनी जान बचाने के खातिर अपने निवास गाजियाबाद आ गए हैं
इस मौके पर वरिष्ठ समाजसेवी जतन प्रधान सतवीर सिराधना गुर्जर आलोक नगर बादलपुर बृजेश भाटी सुरेंद्र सिलारपुर कृष्ण नागर कर्मवीर गुर्जर राजेंद्र सिंह एडवोकेट आदि लोग मौजूद रहे
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