नॉएडा – शहर की समाजसेवी संस्था एवं नॉएडा के 81 गाँवों के लिए विशेष रूप से कार्यरत संस्था नोवरा (नॉएडा विलेज रेसिडेंट्स एसोसिएशन ) द्वारा आज एक विशेष मुहीम के तहत कोरोना काल में धरना प्रदर्शन पर लगी रोक के मद्देनज़र एक ‘डिजिटल धरना ‘ दिया। इस धरने का मकसद क्षेत्र में लोकतंत्र की लगातार होती हत्या एवं नगर निगम अथवा ग्राम पंचायत पुनर्जीवित करने की मांग था। गौरतलब है के नोवरा द्वारा लगातार इस मुद्दे पर आवाज़ उठाई गई है एवं संस्था की स्थापना के तीन मुख्य लक्ष्यों में से एक लोकतंत्र सशक्तिकरण के लिए यह लड़ाई लड़ी जा रही है।
सर्वविदित है के क्षेत्र में पंचायत व्यवस्था समाप्त करने के बाद शहर एवं ग्रामीण जनता को नगर निगम की स्थापना की उम्मीद थी जिसे लगातार दरकिनार किया जा रहा है। संस्था के अध्यक्ष श्री रंजन तोमर ने कहा के इस धरने का मुख्य उद्देश्य नॉएडा एवं ग्रेटर नॉएडा आदि क्षेत्रों की जनता की आवाज़ मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ तक पहुँचाना है, उन्होंने आगे कहा के ‘डिजिटल धरना ‘ देश में पहला ऐसा प्रयोग है जो आगे चलकर लोकतंत्र में विरोध के तरीके को दिशा देगा। संस्था अब अन्य समविचार की अन्य संस्थाओं के साथ मिलकर लोकतंत्र की अलख जगाएगी।
इस डिजिटल धरने में संस्था के मुख्य पदाधिकारी हाथों में लोकतंत्र की स्थापना हेतु लिखे हुए होर्डिंग लिए दिखाई पड़े, जिनमें किसी में लिखा था ‘ स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार, तो किसी में ‘ नॉएडा में हो नगर निगम’ तो किसी में ‘लोकतंत्र की हत्या मत करो ‘ जैसे स्लोगन लिखे थे। संस्था के उपाध्यक्ष श्री अजय चौहान ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा के निकाय हमारे क्षेत्र का अधिकार है और हम इसे लेकर रहेंगे , महासचिव श्री पुनीत राणा ने इस लड़ाई को और मज़बुत करने की बात की, वहीँ अधिवक्ता एवं नोवरा सदस्य श्री राजकुमार बैसोया ने ग्रामीण क्षेत्रों के साथ बढ़ते भेदभाव की बात रखी और कहा के प्राधिकरण के अफसर ग्रामीणों के पास लोकतान्त्रिक शक्ति से वंचित रहने के कारण गाँवों में जाकर मुलाकात तक नहीं करते। ऐसे में जल्द से जल्द पंचायत व्यवस्था बहाल होने की मांग उन्होंने रखी। इस दौरान संस्था के कोषाध्यक्ष अलोक मेहता, अंकित अग्गरवाल , कंचन लोहिया, गौरव चौहान, मनीष राणा एवं प्रतीक सेठी उपस्थित रहे।
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