नोएडा। ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 36 स्थित बाहुबली अतीक अहमद के मकान पर पिछले छह साल से बाहर से ताला लटका हुआ था और अंदर राजमिस्त्री परिवार के साथ रह रहा है। दैनिक जागरण ने बुधवार के अंक में ग्रेनो में अतीक के मकान पर लटका ताला शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। खबर प्रकाशित होने के बाद एलआइयू व पुलिस अतीक के मकान पर पहुंची। वहां राजमिस्त्री पप्पू मिला। वह पिछले छह साल से परिवार के साथ रह रहा था। चार नाबालिग भी इसी घर में रहते हुए मिले। पप्पू ने पुलिस को बताया कि छह साल पहले उसको एक व्यक्ति ने घर का रखरखाव करने के लिए रखा था। उसके बाद से वह वापस नहीं आया।
पप्पू किसी को भी घर का किराया नहीं दे रहे थे। वह सिर्फ बिजली का बिल जमा करते थे। दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद बुधवार को अतीक के घर के बाहर मीडिया का जमावड़ा लगा रहा। सूत्रों ने दावा किया है कि पुलिस-प्रशासन ने गोपनीय रूप से जांच शुरू कर दी है। उसमें मकान आवंटन के संबंध में कुछ गड़बड़ी भी मिली है।
1994 में आवंटित हुआ था मकान
ग्रेटर नोएडा में अतीक को मकान वर्ष 1994 में आवंटित किया गया था। बता दें कि प्रयागराज में हुई गवाह उमेश पाल व सरकारी गनर की हत्या के बाद अतीक व उसके करीबियों पर पुलिस का शिकंजा कसने लगा है। इसी कड़ी में ग्रेटर नोएडा में अतीक की प्रापर्टी पर प्रशासन ने नजर टेढ़ी करना शुरू कर दी है। जल्द ही भविष्य में कार्रवाई देखने को मिल सकती है।
आने जाने के लिए अलग गेट
राजमिस्त्री व उसके परिवार ने आने जाने के लिए अलग से चैनल का गेट लगा रखा था। उसी से ये लोग घर के अंदर बाहर आते-जाते थे। बाहर से देखने में ऐसा लगता है कि जैसे अंदर कोई रहता ही न हो। इसी वजह से बाहर ताला भी लटका रहता है।