गाजियाबाद। हर चुनाव अनूठा होता है और नगर निकाय चुनाव में भी ऐसे ही रोचक तथ्य निकलकर आ रहे हैं। नगर निगम के वार्ड 49 पर पति-पत्नी दोनों ने ताल ठोक रखी है। वार्ड 49 में भाजपा ने विरेंद्र त्यागी को टिकट दिया है और इसी वार्ड से विरेंद्र त्यागी की पत्नी कृष्णा ने भी निर्दलीय नामांकन किया है।
कृष्णा भाजपा से ही पिछले बोर्ड में पार्षद रह चुकी हैं। इसको लेकर मतदाताओं के साथ इस वार्ड के बाकी सात प्रत्याशी भी इसका आशय नहीं समझ पा रहे हैं।
पिछले चुनाव में वार्ड 49 की सीट महिला के लिए आरक्षित की गई थी। भाजपा ने वरिष्ठ नेता विरेंद्र त्यागी की पत्नी कृष्णा त्यागी को टिकट दिया था और चुनाव जीतकर पार्षद चुनी गईं। इस बार सीट अनारक्षित है तो भाजपा ने विरेंद्र त्यागी को ही टिकट दिया। विरेंद्र त्यागी ने भाजपा के सिंबल पर नामांकन किया और अपनी पत्नी कृष्णा त्यागी से निर्दलीय पर्चा भरवा दिया।
पहले लोग सोच रहे थे कि नामांकन वापस ले लेंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो लोग अचंभित हुए। लोगों का कहना है कि कृष्णा त्यागी अपने प्रचार के लिए नहीं दिखीं। राजनीति के जानकार कहते हैं कि कई प्रत्याशी मतदान और मतगणना के समय अपने एजेंटों की संख्या बढ़ाने के लिए ऐसा करते हैं।