ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लिफ्ट गिरने से हुए दर्दनाक हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 8 हो गई है। शनिवार को जिला अस्पताल में भती चार अन्य मजदूरों ने भी दम तोड़ दिया है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट लिफ्ट हादसे में मरने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी होने से प्रशासनिक अफसरों में हडकंप मच गया है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट अमरपाली के ड्रीम वैली फेस टू प्रोजेक्ट में हुए हादसे ने आठ परिवारो से छीन लिए उनके लाल। जिम्मेदार लोगों ने मजदूरों को चढ़ा दिया था मौत की लिफ्ट पर। पुलिस की प्राथमिक जांच में कंस्ट्रक्शन कंपनी और एनबीसीसी के अधिकारियों पर सुरक्षा के मानकों को दरकिनार करने की बात सामने आई है। तकनीकी खामी आने पर पहले भी मजदूरों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की थी इसके बावजूद ने तो लिफ्ट बदलवई गई और ना ही मरम्मत कराई गई। हादसे के बाद काफी देर तक मजदूर वहीं तड़पते रहे अस्पताल पहुंचने में भी लापरवाही बढ़ती गई। हादसे को छुपाने का अभी प्रयास किया गया। इस हादसे में आठ लोगों की जान अब तक चली गई है।
पुलिस ने इस मामले में गैर इरादतन हत्या की आईपीसी की धारा- 304, 308, 337, 338, 287,34 व 7 सीएल एक्ट के अंतर्गत केस दर्ज कर लगभग 16 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। हादसे के कारण का विभिन्न टीम जांच कर रही है। पुलिस की प्राथमिक जांच और मजदूरों से पूछताछ में घोर लापरवाही सामने आई है। मजदूरों ने बताया कि जो लिफ्ट हादसे का शिकार हुई है वह काफी पुरानी और जर्जर थी। तकनीकी खामी आने पर वह पहले भी खराब हो चुकी थी। इसमें सवार होने पर हादसे और जान जाने का डर सताता रहता था। जानकारी परियोजना अधिकारियों को भी दी गई थी। लेकिन श्रमिकों की ने तो कंस्ट्रक्शन कंपनी और ना ही एनबीसीसी के अधिकारियों ने सुनी। सुरक्षा के उपकरणों का भी पर्याप्त बंदोबस्त नहीं था हादसे के बाद मजदूर दुर्घटनाग्रस्त लिफ्ट में तड़पते रहे। उन्हें उपचार मिलने में काफी समय निकल गया।