नोएडा। कपिल चौधरी
नोएडा के थाना सेक्टर-126 नोएडा पुलिस द्वारा नोएडा/एनसीआर क्षेत्र में लोगो के साथ धोखाधडी कर विदेश मे नौकरी दिलाने के नाम पर मोटी रकम ठगने वाले संगठित गैंग के 10 शातिर अभियुक्त व 01 अभियुक्ता गिरफ्तार। कब्जे से कॉल सेन्टर/घटना में प्रयुक्त कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटर, वाईफाई राउटर, नगद रूपये, चैकबुक, फर्जी आधार कार्ड, फर्जी नियुक्ति पत्र एवं अन्य फर्जी नियुक्ति पत्र आदि तैयार किये जाने वाले दस्तावेज, भारत सरकार के मंत्रालयों से प्राप्त दर्शाये गये खुद की कंपनी के नाम के फर्जी प्रमाण पत्र व लोगों से ठगी के दौरान इकट्ठा किये गये पासपोर्ट बरामद।
सेक्टर-126 नोएडा पुलिस द्वारा लोकल इंटेलिजेंस व इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की सहायता से लोगों को विदेशों में नौकरी दिलाने एवं असली के रूप में फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार कर देने वाले संगठित गैंग के 10 अभियुक्त समीर शाह पुत्र शब्बीर शाह, नन्द किशोर प्रसाद पुत्र शिव पूजन प्रसाद, मुस्ताक खान पुत्र स्व0 मो0 मोहसिन, मो0 अली अख्तर पुत्र मो0 जाहिद हुसैन, मो0 एजाज अहमद पुत्र मो0 जफीर आजाद, इन्द्रजीत दास पुत्र गुनाधर, मो0 नाजिम पुत्र जैनुल आबदीन, मो0 एजाज पुत्र मो0 उमर, मो0 एजाज अहमद पुत्र अब्दुल मलिक, किशोर प्रसाद पुत्र शिवपूजन प्रसाद व महिला अभियुक्ता नजराना पत्नी जियर खान को URBTECH TRADE CENTER SEC-132, NOIDA में ECO ENTERPRISES के नाम से संचालित कॉल सेन्टर से गिरफ्तार किया गया है।
इनके के कब्जे से घटना से संबंधित नगद 19 हजार रूपये, 03 फर्जी आधार कार्ड, 01 चैक बुक, घटना में प्रयुक्त 17 मोबाइल फोन व लोगों से ठगी के दौरान इकट्ठा किये गये 128 मूल पासपोर्ट तथा घटना में प्रयुक्त 01 कंप्यूटर सैट, 04 लैपटॉप, 02 वाईफाई राउटर, 01 प्रिटंर, मंत्रालयों के दर्शाये गये 02 फ्रेम जडित फर्जी प्रमाण-पत्र बरामद हुये है।
अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया वह मिलकर आसानी से पैसा कमाने के उद्देश्य से फर्जी काल सेन्टर का संचालन कर रहे है। काल सेन्टर को ECO ENTERPRISES के नाम से कंपनी बनाई इस कम्पनी का प्रचार ऑनलाइन प्लेटफार्म-फेसबुक, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम आदि माध्यमों से करते हैं जिसपर विश्वास कर आम नागरिक कम्पनी द्वारा दिये गये हेल्पलाइन नम्बर पर कॉल कर जानकारी करते हैं जिस पर ये लोगों को अपने जाल में फंसाकर विदेश भेजने तथा वहां अच्छी नौकरी दिलवाने के नाम पर हवाई यात्रा का खर्चा, वीजा का खर्चा तथा नौकरी दिलवाने का कमीशन के नाम पर उनसे पैसे ले लेते है तथा दस्तावेज के नाम पर उनके मूल पासपोर्ट व अन्य दस्तावेज व फ़ोटो आदि ले लेते है तथा अभियुक्तों द्वारा फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार करके असली बताकर उन्हें दे देते है।
विदेश जाने हेतु सभी लोगों को एक जगह तथा एक ही दिन दे दिया जाता है तथा लोगो का बताया जाता है कि एजेंट एयरपोर्ट पर आपके पासपोर्ट, वीजा, टिकट व जिस देश में जा रहें है उस देश की करेंसी के साथ मिलेगा, जब लोग विदेश में नौकरी की चाह लेकर एयरपोर्ट पहुंचते हैं तब कम्पनी का कोई भी आदमी नहीं मिलता इस पर जब लोग इनके दिये दिए मोबाईल नं0 और ऑफिस में सम्पर्क करने की कोशिश करते हैं तो मोबाइल तथा आफिस बंद मिलते हैं।
सभी अभियुक्त संगठित रुप से जगह-जगह घूम-घूमकर अपनी कंपनी का नाम बताकर विदेश में नौकरी दिलवाने के नाम पर भोले-भाले लोगों से पैसे की ठगी कर लेते हैं। इस तरह के काम से जो भी पैसा इक्ट्ठा करते है आपस में बांट लेते है। 19,000 रूपये नगद वह इसी प्रकार लोगों से इक्ट्ठा किये हुये रूपये बरामद है जिन्हें आपस में बाँट नहीं पाये थे। पकड़े जाने से बचने के मकसद से अभियुक्त अपना नाम बदलकर लोगों के सामने पेश करते है। समीर उपरोक्त अपना फर्जी नाम एस. खन्ना, नन्द किशोर प्रसाद अपना फर्जी नाम अमित, मुस्ताक खान अपना फर्जी नाम जेम्स के नाम से लोगों के बीच प्रस्तुत करते है। आवश्यकता अनुसार सभी लोग अपनी पहचान छुपाने के उद्देश्य से अपने सही फोटों के साथ फर्जी नाम पतों व फर्जी आधार नंबरों के आधार कार्ड तैयार कर आवश्यकता अनुसार लोगों के सामने असली के रूप में लोगों को पेश करते है ताकि उन लोगों का विश्वास जीतकर उन्हें आसानी से ठगा जा सके। अभियुक्तों से बरामद करीब 755 फर्जी नियुक्ति पत्र से स्पष्ट है कि इनके द्वारा हजारों लोगों के साथ इस प्रकार का अपराध घटित कर लोगों से करोड़ो रूपये की ठगी की जा चुकी है जिसके लिये गहनता से जाँच कर विधिक कार्यवाही की जा रही है।