ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में अधिकारी कर्मचारी अपनी जेब भरने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। जिनके सही काम होते हैं वह भटकते रहते हैं और दिन पर दिन चक्कर काटते रहते हैं लेकिन यह अधिकारी कर्मचारी उनके काम नहीं करते हैं। लकिन जिन कामों में इन्हें मोटा सुविधा शुल्क मिलता है फिर यहाँ सही और गलत को नहीं देखते हैं।
ग्रेटर नोएडा के साकीपुर गांव के किसानों ने शिकायत की है कि उसकी आबादी की जमीन पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वर्क सर्किल के अधिकारी कर्मचारियों ने किसान आबादी के प्लॉट लगा दिए हैं और साथ ही बिना नाली और रोड के उनका लीज प्लान तैयार कराकर रजिस्ट्री भी कर दी है। भूखड़ संख्या – 99, 100, 101 और 102 ग्रेटर नोएडा। अलॉटी को कब्ज़ा देकर काम शुरू करा दिया है।
ऐसा संभव कैसे हैं क्या सुविधा शुल्क के लिए कुछ भी किया जा सकता है। बिना रास्ते के अलॉटी को कब्जा दिया गया है प्राधिकरण के अधिकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार करने से बिल्कुल नहीं डर रहे हैं कार्रवाई का डर उनके अंदर से निकल चुका है। कुछ समय के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में भ्रष्टाचार कम होने लगा था वह दोबारा से रफ्तार पकड़ चुका है और सुविधा शुल्क के रेट बहुत ज्यादा बढ़ चुके हैं। मानो ऐसा लगता है यह बेलगाम हो चुके हैं।