नोएडा। दिव्यांशु ठाकुर
मस्तिष्क हमारे पूरे शरीर को नियंत्रित करता है, इसलिए इसकी देखभाल भी बहुत महत्वपूर्ण है। खराब जीवनशैली, गलत आहार और विभिन्न पर्यावरणीय स्थितियों के कारण मस्तिष्क संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं। ब्रेन ट्यूमर, मस्तिष्क की कोशिकाओं में अनियंत्रित वृद्धि के कारण होता है, जो कैंसर भी हो सकता है। अध्ययन बताते हैं कि मस्तिष्क में 120 से अधिक प्रकार के ट्यूमर हो सकते हैं। यदि परिवार में किसी को ब्रेन ट्यूमर हो तो अन्य लोगों को सावधान रहने की सलाह दी जाती है। प्लास्टिक और रसायन उद्योग में काम करने वाले लोगों में भी इसका खतरा होता है।
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण
जॉन्स हॉप्किंस के विशेषज्ञ कहते हैं कि कई मामलों में ब्रेन ट्यूमर के कारण अज्ञात होते हैं। आनुवांशिकता और पर्यावरणीय जोखिम कारक इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों में ब्रेन ट्यूमर का खतरा अधिक होता है। सभी ब्रेन ट्यूमर कैंसर वाले नहीं होते हैं, और समय पर इलाज से इसका खतरा कम हो सकता है।
अक्सर होने वाले सिरदर्द को नजरअंदाज न करें
रांची रिम्स के न्यूरोसर्जन डॉ. विकास कुमार बताते हैं कि ब्रेन ट्यूमर के लक्षण ट्यूमर के आकार और स्थान पर निर्भर करते हैं। सिरदर्द होना इसका प्रारंभिक संकेत हो सकता है, खासकर सुबह के समय ज्यादा बढ़ने वाला सिरदर्द।
अन्य लक्षण
लगातार या तेज सिरदर्द, बिना स्पष्ट कारण के उल्टी और मतली, धुंधला दिखना, दृष्टि में परिवर्तन, दोहरी दृष्टि, शारीरिक संतुलन और समन्वय की समस्याएं, बोलने में समस्या, शब्दों को याद रखने में कठिनाई, व्यक्तित्व या व्यवहार में परिवर्तन, सुस्ती या अत्यधिक नींद आना जैसे लक्षण भी हो सकते हैं।
ब्रेन ट्यूमर में लक्षण नजर आना जरूरी नहीं
डॉक्टर कहते हैं कि ब्रेन ट्यूमर में हर बार लक्षण नजर आएं, ऐसा जरूरी नहीं है। कुछ मामलों में ट्यूमर इतनी धीमी गति से बढ़ता है कि ध्यान नहीं जाता। ट्यूमर तब तक लक्षण पैदा नहीं करता जब तक कि मस्तिष्क के स्वस्थ ऊतकों को बाधित न कर दे। शरीर में होने वाले छोटे-छोटे परिवर्तनों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। समय पर निदान से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के खतरे को कम किया जा सकता है।