उत्तर प्रदेश सरकार का ऐतिहासिक कदम: प्रॉपर्टी रजिस्ट्री की प्रक्रिया हुई पूरी तरह ऑनलाइन

नोएडा। दिव्यांशु ठाकुर

उत्तर प्रदेश सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए प्रॉपर्टी रजिस्ट्री की प्रक्रिया को पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस फैसले को लागू किया गया है, जिससे राज्य के नागरिक अब अपने घर बैठे ही प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री कर सकेंगे।

इस नई व्यवस्था के तहत, पूरे उत्तर प्रदेश में प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री का काम ऑनलाइन शुरू हो चुका है। यह व्यवस्था नागरिकों के लिए बेहद सुविधाजनक होगी, क्योंकि अब उन्हें रजिस्ट्री कार्यालयों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस व्यवस्था को प्रदेश के विकास और नागरिकों की सुविधा के लिए एक बड़ा कदम बताया है।

उत्तर प्रदेश में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में विकास प्राधिकरण, आवास विकास, औद्योगिक प्राधिकरण सहित सभी संपत्ति से जुड़े विभागों से भूखंड या आवास का पंजीकरण कराना हमेशा से एक चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है। पहले आवंटन पत्र जारी किया जाता था, फिर संबंधित विभाग रजिस्ट्री के लिए किसी अधिकारी को नामित करता था। जब अधिकारी और आवंटी एक साथ रजिस्ट्रार विभाग में जाने का समय निकाल पाते थे, तभी रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी हो पाती थी।

अब इस झंझट से मुक्ति मिल गई है। अब, आवंटन पत्र जारी होने के बाद विभाग में ही प्राधिकृत अधिकारी ऑनलाइन रजिस्ट्री कर देगा। ऑनलाइन रिकॉर्ड दाखिल करते ही दस्तावेज डिजिटल रूप में रजिस्ट्री कार्यालय पहुंच जाएंगे। वहां सब-रजिस्ट्रार जांच के बाद डिजिटल हस्ताक्षर करेंगे। इसके बाद ई-रजिस्ट्री वापस विभाग के पास आ जाएगी, और यह डीड ऑनलाइन आवंटी के पास ईमेल से पहुंच जाएगी। यदि उसकी कॉपी चाहिए हो तो आवंटी को रजिस्ट्रार कार्यालय जाकर एक प्रति प्राप्त करनी होगी।

रजिस्ट्री के लिए ऑनलाइन आवेदन चौबीसों घंटे, सातों दिन किया जा सकता है, लेकिन रजिस्ट्री केवल कार्यालय समय में ही पूरी होगी। ऑनलाइन आवेदन से पहले ठीक से चेक कर लें क्योंकि एक बार दाखिल होने के बाद उसमें संशोधन नहीं किया जा सकेगा। रजिस्ट्री के लिए स्टाम्प फीस भी डिजिटल रूप से जमा होगी।

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