नोएडा। दिव्यांशु ठाकुर
भारतीय महिला पहलवान अंतिम पंघाल शुक्रवार को स्वदेश लौट आईं। पेरिस ओलंपिक के खेल गांव में नियमों का उल्लंघन करने के कारण उन्हें अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ा। अंतिम, जो 53 किग्रा भार वर्ग में मुकाबला लड़ रही थीं, अपने पहले ही मैच में हारकर ओलंपिक से बाहर हो गई थीं।
वापस लौटने पर इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचते ही, भारतीय टीम की जर्सी में नजर आईं अंतिम ने मीडिया से बातचीत करने से मना कर दिया और जल्दी ही हवाई अड्डे से बाहर निकल गईं। विवाद तब शुरू हुआ जब अंतिम ने खेल गांव में अपने मान्यता कार्ड का उपयोग करते हुए अपनी बहन को प्रवेश दिलाने का प्रयास किया। इस घटना के बाद पुलिस द्वारा अंतिम से पूछताछ की गई, जिससे देश में हड़कंप मच गया। इस विवाद के चलते भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने अंतिम और उनके सहयोगी स्टाफ को तुरंत वापस भारत भेजने का निर्णय लिया।
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए अंतिम पंघाल ने पीटीआई से कहा कि उनका कोई गलत इरादा नहीं था। उन्होंने कहा, “मुझे बुखार था और स्थिति बहुत भ्रमित करने वाली थी। यह सब इसी भ्रम के कारण हुआ।” एक वीडियो में, अंतिम ने बताया कि उन्हें पुलिस थाने जाना पड़ा, लेकिन इसका कारण केवल उनके मान्यता कार्ड के सत्यापन से जुड़ा था। उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए अच्छा दिन नहीं था। मैं मुकाबला हार गई। मेरे बारे में फैलाई जा रही बहुत सी बातें सच नहीं हैं।” अंतिम ने यह भी स्पष्ट किया कि उनके कोच नशे में नहीं थे, जैसा कि कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था। उन्होंने कहा, “मेरे कोच प्रतियोगिता स्थल पर ही थे और वापस लौटते समय भाषा की दिक्कत के कारण टैक्सी ड्राइवर के साथ उनका विवाद हो गया।”