नोएडा। दिव्यांशु ठाकुर
11 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफिले के परी चौक के पास जाम में फंसने की घटना के बाद यातायात निरीक्षक संजय पाल और उप निरीक्षक प्रभाकर चौहान को निलंबित कर दिया गया। मुख्यमंत्री सेमीकॉन इंडिया-2024 की तैयारियों का जायजा लेने के लिए इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट गए थे। इसके बाद उन्हें गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस जाना था। उनके काफिले को नॉलेज पार्क मेट्रो स्टेशन के पास बने अंडरपास से होते हुए जाना था, लेकिन भारी बारिश के कारण अंडरपास में जलभराव हो गया, जिससे उनके काफिले का मार्ग बदलकर परी चौक से निकाला गया।
हालांकि परी चौक पर भारी जाम था, जिसके चलते मुख्यमंत्री का काफिला वहां फंस गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लोगों ने ट्रैफिक प्रबंधन की खामियों को लेकर सवाल उठाए। सोशल मीडिया पर वीडियो के वायरल होने के बाद, ट्रैफिक व्यवस्था में कमियों को उजागर करते हुए लोगों ने टिप्पणियां कीं।भारी वर्षा और जलभराव के कारण उत्पन्न स्थिति ने प्रशासन को असुविधाजनक स्थिति में डाल दिया। पुलिस अधिकारियों ने हालांकि निलंबन की वजह इस घटना को नहीं बताया है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि ट्रैफिक प्रबंधन की इस चूक के कारण ही दोनों अधिकारियों को निलंबित किया गया है। यह घटना तब हुई जब मुख्यमंत्री ने करीब एक घंटे तक एक्सपो सेंटर में सेमीकॉन इंडिया-2024 की तैयारियों की समीक्षा की थी। मुख्यमंत्री के काफिले के जाम में फंसने से प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए हैं, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई।