नोएडा। दिव्यांशु ठाकुर
यमुना प्राधिकरण (यीडा) यमुना सिटी को शिक्षा के केंद्र (एजूकेशन हब) के रूप में विकसित करने की दिशा में काम कर रहा है। इस योजना के तहत तीन प्रमुख विश्वविद्यालयों को यहां पर जमीन आवंटित की गई है, जिनमें मंगलायतन विश्वविद्यालय, एमिटी विश्वविद्यालय और महाराष्ट्र के महात्मा गांधी मिशन (एमजीएम) विश्वविद्यालय शामिल हैं। इन विश्वविद्यालयों को क्रमशः 12 एकड़, 10 एकड़ और 10 एकड़ जमीन दी गई है। एमजीएम विश्वविद्यालय यहां एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करेगा।
यमुना सिटी में शैक्षिक संस्थानों को आकर्षित करने के उद्देश्य से पहले ही पांच भूखंडों (जमीन के टुकड़ों) पर आवेदन मांगे गए थे। महाराष्ट्र की एक और संस्था, नरसी मोनजी विश्वविद्यालय, पहले ही अपना कैंपस यहां बना रहा है। प्राधिकरण द्वारा दी जा रही सुविधाओं और सहूलियतों के कारण महाराष्ट्र के अन्य शैक्षिक संस्थान भी यमुना सिटी में अपनी शाखाएं खोलने में रुचि दिखा रहे हैं। एमजीएम ने इसी कड़ी में यमुना सिटी में अपना कॉलेज बनाने की योजना बनाई है। फिलहाल सेक्टर-22ई में जेबीएम, नरसी मोनजी और फोर स्कूल जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय निर्माणाधीन हैं।