YEIDA: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) द्वारा मथुरा और अलीगढ़ के बुनियादी ढांचे और शहरी विकास को गति देने के लिए मास्टर प्लान 2031 (फेज-2) को 12 वर्षों के बाद मंजूरी मिल गई है। इस योजना के तहत मथुरा और अलीगढ़ को प्रमुख पर्यटन और मनोरंजन केंद्रों के रूप में विकसित किया जाएगा। इसमें हेरिटेज सिटी के साथ-साथ यमुना नदी के किनारे 29 किलोमीटर लंबे रिवर फ्रंट के विकास की भी योजना शामिल है। मास्टर प्लान के अंतर्गत मथुरा में 11,653.76 हेक्टेयर में राया अर्बन सेंटर और अलीगढ़ में 11,104.40 हेक्टेयर में टप्पल-बाजना अर्बन सेंटर विकसित किया जाएगा। इसके अलावा, इस योजना में मथुरा के 415 और अलीगढ़ के 92 गांवों को शामिल किया गया है।
YEIDA: इन चीज़ो पर किया जाएगा काम
योजना के अनुसार, मनोरंजन और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इसमें 137 हेक्टेयर में सेल्फ कॉम्प्लेक्स, 50.5 हेक्टेयर में क्षेत्रीय पार्क, 1106 हेक्टेयर में स्पोर्ट्स सुविधाएं, 35.5 हेक्टेयर में ट्रेड और एग्जीबिशन ग्राउंड, 39 हेक्टेयर में एम्यूज़मेंट पार्क और 33.6 हेक्टेयर में थ्रीमा पार्क शामिल होंगे। इसके अलावा, लगभग 5,000 हेक्टेयर भूमि को आवासीय क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा। YEIDA के इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद यह क्षेत्र न केवल पर्यटन बल्कि व्यापार और रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगा।
इन जिलों तक फैलै हुआ प्राधिकरण का क्षेत्र
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण का क्षेत्र छह जिलों तक फैला हुआ है, जिसमें गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, हाथरस, आगरा, अलीगढ़ और मथुरा शामिल हैं। इस मास्टर प्लान के तहत आगरा और हाथरस को भी भविष्य में पर्यटन और औद्योगिक केंद्रों के रूप में विकसित किया जाएगा। YEIDA द्वारा मास्टर प्लान 2031 की मंजूरी से इस क्षेत्र के विकास को नया आयाम मिलेगा और यह उत्तर प्रदेश में पर्यटन, व्यापार और शहरी विकास के एक नए केंद्र के रूप में उभरेगा।
Discover more from Noida Views
Subscribe to get the latest posts sent to your email.