बच्चे ही नही बड़ो में भी है मोबाइल की लत, मोबाइल की लत से विभिन्न बीमारियों होने की संभावनाएं

बच्चे ही नही बड़ो में मोबाइल की लत लग जाती है। कई बार माता-पिता भी बिजी होने के कारण या बच्चे को खाना खिलाने के लिए मोबाइल का लालच देते हैं। यही लालच देखते ही देखते उनमें एडिक्शन बन जाता है। जिससे बच्चे के विकास पर बुरी प्रभाव पड़ सकता है और बच्चा जिद्दी हो जाता है।शारदा अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉ निखिल नायर बताते कई स्टडी ये बताती है कि जो बच्चे कम उम्र में स्क्रीन के संपर्क में आ रहे हैं, और जो बच्चे मोबाइल उपकरणों पर ज्यादा समय…

ग्रेनो प्राधिकरण में कर्मचारियों की बेहद कमी, कर्मचारियों को हटाना समाधान नहीं बल्कि समय सीमा में उन्हीं से कराएं जाए पुराने कार्य

ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में लंबित कामों का अंबार लगा हुआ है। आए दिन सैकड़ों लोग अपने काम के लिए प्राधिकरण में आते हैं। ज्यादातर लोगों को निराशा ही हाथ लगती है। लेकिन किसी दिन तो होगा की उम्मीद को लेकर के लौट जाते हैं। इसी तरह लंबे अरसे से प्राधिकरण के चक्कर काट रहे हैं। प्राधिकरण के कर्मचारियों के साथ कभी गुस्से में वार्ता करते हैं तो कभी बेहद नरमी में। अपने कार्य पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं कार्य समय पर पूरा न होने…

लोगों को पसंद आ रहा है सीईओ रवि कुमार एनजी का ऑन द स्पॉट समस्या का निस्तारण, बदलाव दिखने लगा है

ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में हवा बदलने लगी है। मौसम सुहाना होने लगा है। अधिकारी कर्मचारी बदले बदले से नजर आने लगे हैं। क्या ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में नए बदलाव की शुरुआत हो गई है ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को नजदीक से जानने वाले लोग बताते हैं बदलाव शुरू हो गया है। कर्मचारी अधिकारियों में यह सोच उत्पन्न होने लगी अगर सीट पर रहना है तो काम तो करना होगा। बहाने बाजी का दौर बीत चुका है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवि कुमार एनजी ने…

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के नए सीईओ आईएएस रवि कुमार एनजी ने संभाली जिम्मेदारी, मुंह बाए खड़ी चुनौतियां

ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में नए सीईओ के तौर पर गोरखपुर मंडलायुक्त रहे आईएएस रवि कुमार एनजी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। रवि कुमार एन जी को ब्यूरोक्रेसी का बहुत लंबा अनुभव है। प्रदेश और केंद्र में बहुत महत्वपूर्ण पदों पर अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं। मौजूदा हालातों में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का सीईओ पद चुनौतियों से भरा हुआ है। सीईओ के लिए सबसे पहली चुनौती किसानों के दोबारा से उठा रहे आंदोलन को शांत कराना होगा। क्योंकि किसानों का प्राधिकरण के अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से…

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के महीनों से हो रहे वादे सिर्फ कागजों में सिमटे, जमीन पर सूखा ही सूखा

ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी द्वारा ग्रेटर नोएडा शहर के विकास के लिए बड़ी-बड़ी योजनाएं बनाई गई। बड़े-बड़े प्लान तैयार किए गए। खूब बैठ हुई। बड़ी-बड़ी बातें की गई। शहर के लोगों को भी लगने लगा अब ग्रेटर नोएडा शहर के भी अच्छे दिन आने वाले हैं। किसानों की समस्याएं भी हल हो जाएगी। सेक्टरों में भी खूब तरक्की होगी। ग्रेटर नोएडा शहर विकास की तरफ अग्रसर होगा। लेकिन दुख इस बात का है जहां पिछले साल खड़े थे आज भी स्थिति कमोबेश वही है। हो…

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में बाबू के बदले जाएं विभाग, वर्षों से एक ही भाग में जमे बाबू भ्रष्टाचार को दे रहे हैं अंजाम

ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी प्रदेश सरकार और प्राधिकरण के बड़े-बड़े अधिकारी भ्रष्टाचार को कम करने के लिए खूब मेहनत कर रहे हैं और बड़े-बड़े प्लान बनाए जा रहे हैं। लेकिन बाबू पूरी मेहनत पर पानी फेर रहे हैं। आम नागरिकों में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की छवि को जो सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं वह ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाबू है। भ्रष्टाचार पहले बाबू के स्तर पर ही होता है बाबू ही भ्रष्टाचार की पटकथा लिखता है और बाबू के द्वारा ही लोगों को सबसे ज्यादा प्रताड़ित किया जाता है।…

आरटीआई का जवाब क्यों नहीं देते हैं प्राधिकरण, जनसूचना के कानून का बना दिया मजा

ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी प्राधिकरण के अधिकारी प्राधिकरण में आने वाले लोगों को इंफॉर्मेशन तो देते ही नहीं है। अब उन्होंने सूचना के अधिकार का मजाक बनाना भी शुरू कर दिया है। प्राधिकरण के अधिकारी पहले तो आपको किसी भी सूचना का कोई जवाब नहीं देंगे अगर आप ज्यादा जबरदस्ती करोगे तो आपको अनाप-शनाप जवाब या फिर किसी धारा का हवाला देकर टरकाने की कोशिश की जाएगी। लेकिन प्राधिकरण से आरटीआई के माध्यम से जवाब निकलवाने का मतलब प्राधिकरण के आप को कम से कम 20 चक्कर काटने होंगे और…

बिना जनप्रतिनिधियों के अनाथ हुए गांव, किस से कहें अपनी समस्याएं

ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी गौतम बुध नगर में जो गांव प्राधिकरण के एरिया में आ गए हैं उन गांव में प्रधानी काफी पहले खत्म कर दी गई। गांव के लोगों की सुनने वाले काफी जनप्रतिनिधि होते थे। अगर हम नीचे से बात करें बीडीसी, प्रधान, जिला पंचायत सदस्य और यह लोग गाँव की समस्याओं से भली-भांति परिचित होते थे और उन्हें हल करने का पूरा प्रयास इनके द्वारा किया जाता था। लेकिन अब सबसे पहला जनप्रतिनिधि ही विधायक है जोकि कई लाख लोगों का प्रतिनिधित्व करता है। उसके लिए हर…

प्राधिकरण का तानाशाही रवैया, किसानों की रात सड़क पर गुजार रही, जनप्रतिनिधि चुनाव प्रचार में मस्त किसानों से बनाई दूरी

ग्रेटर नोएडा। कपिल तोंगड़ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ किसान पिछले कई दिनों से आंदोलनरत है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण किसानों का महापड़ाव लगभग पिछले सप्ताह से चल रहा है। जिसमें क्षेत्र के किसान दिन रात ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के गेट पर धरना दे रहे हैं। लेकिन बड़े दुःख की बात है कि जनप्रतिनिधि किसानों से मिलना ही नहीं चाहते। किसान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण गेट के बाहर धरना दे रहे हैं लेकिन उसके बावजूद भी कोई उनकी समस्या को सुनने के लिए तैयार नहीं है। जिनको अपनी समस्या हल करने के…

किसान और प्राधिकरण के अधिकारियों की बैठक बेनतीजा, किसान आंदोलन महापड़ाव जारी रहेगा

ग्रेटर नोएडा। कपिल कुमार ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण किसानों का महापड़ाव लगभग पिछले सप्ताह से चल रहा है। जिसमें क्षेत्र के किसान दिन रात ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के गेट पर धरना दे रहे हैं अन्य संगठनों ने भी आंदोलन में अपना समर्थन दिया। जिसमें लगभग एक हज़ार से ज्यादा किसान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर पहुंचे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया। किसानों की प्रमुख मांगे:- आंदोलन में आए बड़े-बड़े वक्ताओं ने अपनी बातें रखी और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को आईना दिखाने का काम किया। जिसके बाद शाम 3 से…