किसके इशारे पर लगे हुए हैं अवैध होर्डिंग बोर्ड?

ग्रेटर नोएडा । कपिल कुमार
ग्रेटर नोएडा शहर में अवैध होर्डिंग बोर्ड की भरमार है ग्रेटर नोएडा वेस्ट में जगह-जगह आपको अवैध होल्डिंग बोर्ड लगे दिखाई देंगे। आखिरकार इन पर कार्यवाही क्यों नहीं होती है, क्यों इन्हें हटाया नहीं जाता है किन अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है इन अवैध हार्डिंग बोर्ड लगाने वालों को, इनके खिलाफ FIR क्यों नहीं की जाती?
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में अवैध होर्डिंग की भरमार
सबसे ज्यादा अवैध होर्डिंग ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लगाए जा रहे हैं। चाहे हिंडन नदी के किनारे हो, गौड़ सिटी के आसपास के एरिया में या मेन रोड पर हर जगह आपको अवैध होर्डिंग दिख जाएंगे, सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से यह अवैध होर्डिंग लगाए जाते हैं। जब प्राधिकरण की टीम अवैध होर्डिंग को हटाने के लिए पहुंचती है तो अवैध होर्डिंग लगाने वालों को पहले ही इन्फॉर्म कर दिया जाता है जिससे कि यह लोग बच जाते हैं। अधिकारी और अवैध होर्डिंग बोर्ड लगाने वालों का गठजोड़ कायम रहता है।
होर्डिंग बोर्ड पर दोनों साइड नहीं लगा सकते हैं विज्ञापन
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एडवरटाइजिंग पॉलिसी के अनुसार होर्डिंग बोर्ड पर दोनों साइड विज्ञापन नहीं लगाया जा सकता है जितना एरिया प्राधिकरण ने एडवर्टाइजमेंट लगाने के लिए दिया है सिर्फ उसी एरिया पर एडवर्टाइजमेंट लगाया जा सकता है। लेकिन ग्रेटर नोएडा में इस नियम का उल्लंघन भी खुलेआम आपको दिख जाएगा कुछ जगहों पर होर्डिंग बोर्ड पर दोनों साइड विज्ञापन लगाए गए हैं और इन पर कुछ भी कार्यवाही नहीं की जा रही है क्यों प्राधिकरण इन पर कार्यवाही करने की जहमत नहीं उठा रहा है?
ग्रेटर नोएडा में एडवरटाइजिंग में सिर्फ कुछ ही प्राइवेट कंपनियों का कब्जा है और उन्हीं के इशारों पर प्राधिकरण के अधिकारी भी कार्य कर रहे हैं प्राधिकरण के अधिकारी इन कंपनियों पर कोई ठोस कार्रवाई करते नजर नहीं आते हैं।
