ग्रेटर नोएडा की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के लिए चलेगा अभियान, गांवो के रास्तों से क्यों मुँह फेर रहा है प्राधिकरण ?

- ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के द्वारा गांव के साथ दोहरा व्यवहार क्यों किया जा रहा है?
- रिहायशी सेक्टरों में अभियान चलाकर पेड़ों की छंटाई करने का कहा
ग्रेटर नोएडा। कपिल कुमार
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने मंगलवार को बोर्ड रूम में जन सुनवाई की। सेक्टर 10 व सिग्मा वन के निवासियों की शिकायत पर सुनवाई करते हुए सीईओ ने वर्क सर्किल प्रभारियों को निर्देश दिए कि अभियान चलाकर सभी सड़कों को शीघ्र ही गड्ढा मुक्त किया जाए। लापरवाही करने वाले इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गांवो की तरफ प्राधिकरण को देखना चाहिये। उनके भी रास्तों को बनवाना चाहिये। वो भी ग्रेटर नोएडा के ही निवासी है गांव वालो ने अपनी जमींन प्राधिकरण को विकास करने के लिया दी है लकिन उनका ही विकास नहीं हो रहा है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों से बार-बार बोलने के बाद भी खेड़ी गांव के रास्तों की हालत दयनीय स्थिति में है। लोग कीचड़ से निकलने से के लिए मजबूर है गांव में जगह-जगह पानी भरा हुआ है लकिन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी गांव में आने के लिए तैयार नहीं है।
मंगलवार को जन सुनवाई में 100 से अधिक शिकायतें दर्ज हुईं। सीईओ ने इन शिकायतों को सुना और उनका निस्तारण किया। एसीईओ प्रेरणा शर्मा व एसीईओ अमनदीप डुली भी जनसुनवाई में शामिल रहे। सीईओ ने पूर्व में आने वाली शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही करने वाले विभागों के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और हर सप्ताह जनसुनवाई में आने वाली शिकायतों का एक सप्ताह में ही निस्तारण करने के निर्देश दिए। सीईओ ने कहा कि जहां पर सड़कें टूटी हैं उनको तत्काल रिपेयर कर गड्ढा मुक्त बनाएं। अगर जरूरत हो तो उनकी री-सर्फेसिंग करा दें। सीईओ ने रिहायशी सेक्टरों में पेड़ों की छंटाई कराने के लिए अभियान चलाने को कहा है।
