महामारी पर भारी मद्यपान।

 महामारी पर भारी मद्यपान।

आर्य सागर खारी : कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी, कटक से लेकर अटक तक शराब के ठेके पर. प्रात काल से ही लंबी-लंबी कतारें लग गई हैं. ऐसा प्रतीत होता है. कोराना संक्रमण की वैक्सीन इजाद हो गई है समूह में टीकाकरण हो रहा है लोगों में आपाधापी मची हुई है. संक्रमण के विरुद्ध इम्यूनिटी हासिल करने की. 4 मई 2020 आशा की नई किरण लेकर आया है उदास चेहरों पर मुस्कान छा गई है. मानो अखिल विश्व में कोरोना जैसी कोई महामारी रही नहीं है| पोलियो ,चेचक की तरह कोरोना वायरस का अचानक चमत्कारिक तौर से उन्मूलन हो गया है। कोरोना ने शपथ पत्र दाखिल कर दिया हो वह अब कभी मानव देह में संक्रमण नही फैलाएगा, हजारों लाखों लोगों की जान नहीं लेगा, भारतवर्ष में तो कतई नहीं तोबा तोबा।

सरकार तो मानो चिल्ला चिल्ला कर कह रही हैं बगैर आबकारी व्यवस्था ,शराब की बिक्री से हासिल राजस्व के वह तुम्हें अनाज का एक दाना भी नहीं दे सकती यही 70 वर्ष की भारत की प्रगति है. यही लोक कल्याणकारी राज्य है।

जमाखोरों , शराब माफियाओं की लॉटरी लग गई है|
अघोषित शराबबंदी से ताला जो हट गया है ,अब शराब की लत में डूबे हुए गरीब अमीर का पैसा महामारी आपत्ति काल में पारिवारिक सामाजिक खाद्य सुरक्षा के काम नहीं आ पाएगा. सबकी मुरादें पूरी हो गई है।

दुनिया की सर्वाधिक युवा आबादी वाला देश कैसे अपनी तरुणाई का प्रदर्शन कर रहा है ।

कोई नहीं रोएगा, रोएगी तो केवल भारत माता. ईश्वर ना करें कोरमा प्रसार की दर संक्रमण इटली, अमेरिका की तर्ज पर फैल गया तो नालायक संतानों के कारण देश की योग्य संताने भी बेमौत मारी जाएंगे. गली, कूचे, अस्पतालों के बेड पर दम तोड़ते वक्त वह पूछेंगे क्या दोष था हमारा? हमने पूरी तत्परता से लॉक डाउन, सोशल डिस्टेंस के नियमों का पालन किया था. उन बेचारे लोगो को क्या पता कोरोना जैसी वायरस. गरीब अमीर मत मजहब शराबी सदाचारी दुराचारी को नहीं पहचानते वह तो मानव देह को पहचानते हैं. शिकारी केवल शिकार की भाषा समझता है।

आज असुरों ने देवताओं की तपस्या को भंग कर दिया है। ईश्वर सबकी रक्षा करें |

Kapil Choudhary

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