दो दोस्तों ने ठानी कोरोना से लोगो कि जान बचने की।

 दो दोस्तों ने ठानी कोरोना से लोगो कि जान बचने की।

नॉएडा : समाज में ऐसे कम ही लोग मिलते हैं, जो दूसरों के लिए कुछ करना चाहते हैं । परंतु ऐसा ख्याल दो दोस्त भरत नागपाल और नितिन मल्होत्रा के मन में बहुत समय से था। दोनों दोस्त कुछ अच्छा कर्म करने की इच्छा बहुत समय से रख रहे थे और इस कोविड-19 की महामारी में उन्होंने समाज की बेहतरी के लिए एक प्रयास करने का निर्णय लिया, जिसका नाम है plasmadonor.in । plasmadonor.in एक माध्यम के रूप में काम करता है जहां प्लाजमा के दानकर्ता को प्लाजमा की जरूरत मंद मरीज के साथ जोड़ने का काम को क्रियान्वित किया जाता है। यह एक पहल भर थी और आज इस प्रयास भर से बहुत से ऐसे लोगों की जिंदगी बचाने की कोशिश सफल हो रही है, जिनकी जिंदगी छीनने की कोशिश इस कॉविड-19 महामारी ने की है । ३० दिनों में ही plasmadonor.in एक सफल पहल बन गई है मात्र ३० दिनों के अंदर उनके इस वेबसाइट पर अब तक ३५० से ज्यादा लोगों ने प्लाज्मा की जरूरत के लिए संपर्क किया एवं ५० से ज्यादा लोगों को इस पहल ने प्लाज्मा दिलवाने में अपना सहयोग दिया है । आज इस प्रयास में उनके साथ २५ से ज्यादा लोग अपना सहयोग दे रहे हैं, यह पूरा प्रयास बिल्कुल निशुल्क है । उनकी इस वेबसाइट पर कोविड-19 के मरीज, प्लाजमा दानकर्ता एवं स्वयंसेवक कोई भी निशुल्क पंजीकरण कर सकते हैं । उनका मानना है कि इस कार्य में बहुत सारी कठिनाइयां आती है पर अच्छी सोच वाले लोग लोगों के जुड़ने से वह सभी कठिनाइयां दूर हो जाती हैं । टीम plasmadonor.in ऐसे लोगों से संपर्क करने का प्रयास करती है जो इस बीमारी से संक्रमित होकर अब ठीक हो चुके हैं और ऐसे सभी लोगों को प्लाजमा दानकर्ता बनने के लिए प्रेरित करते हैं । आज उनके इस प्रयास से ८ से १० शहरों में जरूरतमंद मरीजों तक प्लाज्मा पहुंचाया जा चुका है। आज plasmadonor.in के स्वयंसेवक दिल्ली, नोएडा, गुड़गांव, फरीदाबाद, हैदराबाद, बैंगलोर, जयपुर, कानपुर, लखनऊ, मोरादाबाद, पटना, मुम्बई, पुणे एवं अन्य कुछ शहरों में निस्वार्थ भाव से इस कार्य में जुटे हुए हैं और अपनी मदद से प्लाजमा दानकर्ता को प्लाजमा की जरूरत वाले लोगों से जोड़ने का काम कर रहे हैं । Plasmadonor.in के स्वयंसेवक बिना किसी पैसे की चाहत के इस कार्य में जुटे हुए हैं और ऐसे परिवारों का दर्द कम करने की कोशिश कर रहे हैं जिनके परिवार के किसी सदस्य को प्लाज्मा की जरूरत है। उनका मानना है कि यह तो अभी एक शुरुआत मात्र है और इस मुहिम को तभी सफल मानेंगे, जब देश के हर जरूरतमंद मरीज को प्लाज्मा मिल जाएगा और वह स्वस्थ होकर अपने घर चले जाएंगे। टीम plasmadonor.in अपने इस प्रयास में उन सभी लोगों से निवेदन करना चाहती है कि जो व्यक्ति कोविड-19 की बीमारी से अब ठीक हो गए हैं ऐसे लोग इस प्रयास में अपना सहयोग देकर इस बीमारी से संक्रमित लोगों को नई जिंदगी देने के लिए आगे आएं। आप एक प्लाज्मा दानकर्ता के तौर पर plasmadonor.in से जुड़े और इस प्रयास को सफल बनाए। एक प्लाजमा दानकर्ता अपने एक बार दिए हुए प्लाजमा से दो लोगों की जिंदगी बचा सकता है और अपने इस निस्वार्थ प्रयास से हर १४ दिनों के बाद दान कर सकते हैं।

Kapil Choudhary

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