साइट- C की फैक्ट्रियों को देख कर लगता है, कि मानो भैंस गारे में लेट रही है।


ग्रेटर नोएडा (कपिल कुमार): ग्रेटर नोएडा शहर को बसे तीन दशक के करीब हो गए। यह शहर एक हाईटेक शहर के नाम से जाना जाता है, यहां पर बड़ी-बड़ी कंपनियां है देश विदेश से लोगों का आना जाना ग्रेटर नोएडा में लगा रहता है हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी ग्रेटर नोएडा में बहुत बार आ चुके हैं।
आज हम बात कर रहे हैं उनकी जिनके पैसों से प्राधिकरण और सरकार विकास के कार्य कराती हैं उनकी दुर्दशा बहुत ही ज्यादा बुरी हो चुकी है, ग्रेटर नोएडा में हजारों की संख्या में छोटी औद्योगिक इकाइयां है ऐसे साइट- C, साइट- 5 और साइट- 4, इन औद्योगिक क्षेत्रों की हालत इतनी बुरी हो चुकी हैं इनमें आप जा नहीं सकते क्योंकि पहुंचने का रास्ता ही नहीं है। रोड पर दो से तीन फीट के गड्ढे हो चुके हैं जो कि बारिश के मौसम में पानी और गारे से लबालब भरे हुए हैं इन फैक्ट्रियों को देख कर के लगता है कि मानो कोई भैंस गारे में लेट रही है।
130 मीटर रोड बंद होने के कारण ट्रैफिक साइट- C से ही गुजर रहा था, जिस कारण यहां फिर जाम की स्थिति भी बनी रहती है
फैक्ट्री मालिकों का कहना है कि हम सरकार को टैक्स के रूप में खूब पैसा देते हैं लेकिन सरकार हमारी सुविधा के लिए कुछ भी नहीं करती है आज हालत यह हो गई है कि कच्चे माल की गाड़ियां फैक्ट्री तक नहीं पहुंच पा रही हैं, इन लोगों का प्राधिकरण और सरकार के लोगों से यही अनुरोध है की कृपया इन रास्तों को चलने लायक बनाया जाए।
