गाजियाबाद। वसुंधरा से शिमला, हिमाचल प्रदेश ले जाकर लिव-इन पार्टनर की हत्या के मामले में पुलिस मृतका के मां-बाप का डीएनए परीक्षण कराएगी। जल्द ही इसके लिए उन्हें शिमला बुलाएगी। मृतका के पिता उमेश कुमार ने बताया कि हिमाचल पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है। वह सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
हत्यारोपित पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। उसने झूठा बयान दिया है। उन्हें व उनकी पत्नी को बेटी का मौसा-मौसी बताया है, जबकि यह गलत है। उसके इस बयान के बाद हिमाचल पुलिस ने उनका डीएनए परीक्षण कराने का निर्णय लिया है।
हिमाचल पुलिस लगातार संपर्क में
पुलिस ने उनसे कहा कि है जल्द ही उन्हें शिमला बुलाकर डीएनए जांच के लिए नमूना लिया जाएगा। उमेश ने बताया कि वह फोन के माध्यम से लगातार हिमाचल पुलिस के संपर्क में हैं। जांच में पुलिस की पूरी मदद करेंगे।
यह है मामला
राम विहार कालोनी, गिरधरपुर रोड छपरौला, गौतमबुद्धनगर के उमेश की 25 वर्षीय बेटी दिव्या वर्ष-2018 से बादशाहपुर सिरौली के रमन के साथ वसुंधरा सेक्टर-पांच में रहती थी। उमेश का दावा है कि दोनों की फेसबुक से दोस्ती हुई थी। दोनों ने प्रेम विवाह किया था। वर्ष-2020 में दिव्या ने बेटी आमायरा को जन्म दिया था। 22 मई को उन्हें पता चला कि दिव्या लापता हो गई है।
उन्होंने रमन, उसके चाचा गजेंद्र व बहन पिंकी पर अनहोनी करने की आंशका जताते हुए उसी समय इंदिरापुरम कोतवाली पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने उनकी नहीं सुनी। रमन की शिकायत पर दिव्या की गुमशुदगी दर्ज कर ली। काफी जद्दोजहद के बाद 18 दिसंबर को पुलिस ने तीनों आरोपितों के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की
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