ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना औद्योगिक प्राधिकरणों की स्थापना नियोजित शहर बनाने के लिए की गई थी। प्राधिकरणों ने अपने नियम कायदे कानून बनाएं। अपने मास्टर प्लान में प्रत्येक कार्य के लिए अलग-अलग जगह नियोजित करी। जैसे आवासीय सेक्टर अलग है, इंडस्ट्रियल सेक्टर अलग है, संस्थागत अलग है। सभी के लिए उनकी उपयोगिता के अनुसार जगह निर्धारित की गई है और उनके लिए प्राधिकरण ने नियम निर्धारित किए है। उन्हीं के अनुसार निर्माण करना होता है और कार्य करना होता है लेकिन प्राधिकरणों के लोग ही…