नोएडा के हैसिंडा प्रोजेक्ट भूमि घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जांच को और तेज कर दिया है। शुक्रवार को ईडी ने नोएडा अथॉरिटी के पूर्व सीईओ मोहिंदर सिंह से करीब 8 घंटे तक पूछताछ की। यह पूछताछ उनके चंडीगढ़ स्थित ठिकानों से मिले बेशकीमती संपत्तियों और हीरों के संबंध में की गई। हालांकि, मोहिंदर सिंह ने हैसिंडा घोटाले में अपनी संलिप्तता से इंकार किया और इस मामले में सीईओ बनने वाले आईएएस अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया।
ईडी अधिकारियों के सवालों का जवाब देने में मोहिंदर सिंह पसीने से तर-बतर हो गए और उन्होंने अपने वकील से परामर्श लेने के बाद ही कोई बयान देने की बात की। जांच में सहयोग न करने पर ईडी ने उन्हें देर रात तक रोके रखा और फिर अगली बार पूछताछ के लिए बुलाने का आदेश दिया। ईडी अब अगले हफ्ते प्रतीक इंफ्रा प्रोजेक्ट्स के निदेशक प्रशांत कुमार तिवारी और रमा रमण पर कानूनी कार्रवाई करने की योजना बना रही है। रमा रमण ने ईडी की कार्रवाई से बचने के लिए अदालत में अंतरिम जमानत की याचिका दायर की है, जिसका ईडी विरोध करने की तैयारी में है।
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