Noida Authority: नोएडा में कॉमनवेल्थ 2010 को देखते हुए Sports City परियोजना को प्राधिकरण द्वारा मंजूरी दी गई थी। मगर इतने साल बीतने के बाद भी ये परियोजना आज महज़ एक सपना बन कर रह गया है। नोएडा अथॉरिटी द्वारा सपोर्टस सिटी परियोजना को पास किए हुए लगभग 15 साल से ज्यादा का समय बीत चुका है। मगर आज भी सपोर्ट्स सिटी का सपना नोएडा केल लोगो के लिए केवल और केवल एक सपना बन कर रह गया है। आइए जानते है क्या है पूरा मामला। और आखिरकार 400 करोड़ रुपए की बड़ी रकम के बाद भी क्यो ये सपना पूरा नही हो पाया।
Noida Authority: रियायती दरों पर दी गई ज़मीन, लेकिन खेल सुविधाओं का विकास नहीं
Sports City परियोजना के तहत बिल्डरों को ज़मीन रियायती दरों पर दी गई थी, ताकि वे खेल सुविधाओं पर 360 से 400 करोड़ रुपये खर्च कर इसे एक विकसित स्पोर्ट्स हब बना सकें। लेकिन आज तक कोई भी प्रमुख खेल सुविधा विकसित नहीं की गई है। यहाँ तक कि गोल्फ कोर्स और क्रिकेट अकादमी की ज़मीन को भी छोटे-छोटे टुकड़ों में बांट दिया गया। 2017 के बाद कई बार नोएडा अथॉरिटी ने निरीक्षण किया, लेकिन बिल्डरों ने केवल टेनिस कोर्ट और स्विमिंग पूल जैसी सुविधाएं दिखाईं, जो केवल हाउसिंग सोसाइटी के भीतर ही सीमित थीं।
शहर के लिए बनी स्पोर्ट्स सिटी, लेकिन लाभ सिर्फ सोसाइटी तक सीमित
Noida Authority द्वारा स्पोर्ट्स सिटी परियोजना को पूरे शहर के लोगों के लिए विकसित किया जाना था, लेकिन वर्तमान में Sports City सुविधाओं का लाभ केवल सोसाइटी के निवासियों को ही मिल रहा है। इससे न केवल परियोजना की मूल भावना प्रभावित हुई है, बल्कि नोएडा में खेल संस्कृति के विकास की संभावनाओं को भी नुकसान पहुंचा है। अब सवाल यह उठता है कि क्या नोएडा अथॉरिटी इस मुद्दे पर सख्त कदम उठाएगा या फिर यह परियोजना यूं ही अधूरी रह जाएगी?