Noida: जिले में शिक्षा के अधिकार (RTE) के तहत निजी स्कूलों में आरक्षित सीटों पर दाखिले की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। बीते तीन वर्षों में आरटीई के तहत आवंटित कुल सीटों में से केवल 21 प्रतिशत सीटों पर ही दाखिले हो पाए हैं। वर्ष 2022-23 में 18,029 सीटों में से मात्र 3,840 विद्यार्थियों को दाखिला मिला। 2023-24 में 17,300 सीटों में से 3,653 छात्रों को ही प्रवेश मिल पाया। वहीं, 2024-25 में 17,000 सीटों में से केवल 3,500 छात्रों को ही लाभ मिल सका। शिक्षा विभाग का कहना है कि अधिकांश अभिभावक बड़े स्कूलों का चुनाव करते हैं, जिससे सीटें खाली रह जाती हैं।
Noida: बड़े स्कूलों की आनाकानी, सीटें छुपाने के आरोप
RTE के तहत लॉटरी के माध्यम से सीट आवंटित होने के बावजूद बड़े निजी स्कूलों द्वारा दाखिला देने में आनाकानी की जा रही है। सबसे अधिक दिक्कत बिसरख ब्लॉक के स्कूलों में आ रही है, जहां लगभग 590 स्कूल स्थित हैं। दादरी में 320, दनकौर में 155 और जेवर में 140 स्कूल हैं। शिक्षा विभाग का दावा है कि निजी स्कूलों की दोबारा मैपिंग कराई गई है, जिससे सही सीटों की जानकारी मिल पाई है। हालांकि, अभिभावकों का आरोप है कि Noida में कई बड़े निजी स्कूल अपने वास्तविक सीटों की संख्या को कम दिखा रहे हैं, जिससे आरटीई के तहत मिलने वाले लाभ को सीमित किया जा रहा है।
शत-प्रतिशत दाखिले के प्रयास जारी
शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस बार शत-प्रतिशत दाखिले के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। पहली और दूसरी लॉटरी में आवंटित छात्रों के दाखिले की प्रक्रिया जारी है। बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पंवार ने बताया कि RTE के तहत तीसरे चरण में 809 छात्रों के लिए सीटें आवंटित की गई हैं। Noida में चौथे और अंतिम चरण की प्रक्रिया 1 मार्च से शुरू होगी, जिससे अधिक से अधिक छात्रों को शिक्षा का अधिकार मिल सके।
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