Greater Noida: शासन ने 50 से कम छात्रों वाले स्कूलों को मर्ज करने का आदेश दिया था, लेकिन इसी के तहत दनकौर क्षेत्र के प्राथमिक स्कूल निलोनी, जहां 74 छात्र पंजीकृत हैं, को मिर्जापुर-एक में विलय करने का आदेश दे दिया गया। इससे अभिभावकों और शिक्षकों में भारी असंतोष फैल गया। सभी का कहना है कि जब स्कूल में 74 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं, तो यह निर्णय कैसे लिया गया। बुधवार को नाराज अभिभावक जिलाधिकारी से मिलकर विरोध दर्ज कराएंगे।
Greater Noida: प्रिंटिंग मिस्टेक बना कारण, विभाग ने दी सफाई
शिक्षकों का कहना है कि उनके स्कूल में नामांकित छात्रों की संख्या 74 है, फिर भी मर्जर का आदेश चौंकाने वाला है। जब उन्होंने अधिकारियों से संपर्क किया, तो विभाग ने सफाई दी कि यह आदेश दरअसल कंपोजिट स्कूल निलोनी शाहपुर के लिए था, जहां करीब 42 छात्र हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पंवार ने कहा कि “प्रिंटिंग मिस्टेक” के चलते प्राथमिक विद्यालय निलोनी का नाम गलती से आदेश में आ गया, जिसे अब सुधार लिया गया है। सही आदेश में Greater Noida के निलोनी शाहपुर को मिर्जापुर-दो में मर्ज किया जाना है।
छात्रों की पढ़ाई पर खतरा, अभिभावकों ने जताई चिंता
कंपोजिट स्कूल निलोनी शाहपुर के शिक्षकों का कहना है कि पहले यहां 50 से 52 छात्र थे, लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण अब केवल 42 बचे हैं। यदि स्कूल मर्ज किया गया तो इन बच्चों को 6 से 7 किमी दूर पढ़ने जाना पड़ेगा, जिससे पढ़ाई पर गंभीर असर पड़ेगा। अभिभावकों ने प्रस्ताव दिया है कि विलय यदि ज़रूरी हो, तो पास के आछेपुर स्कूल में किया जाए, जो केवल एक किमी दूर है। Greater Noida में शिक्षा विभाग के इस निर्णय से बच्चों के भविष्य पर सवाल खड़े हो गए हैं, और अब सबकी निगाहें जिलाधिकारी के हस्तक्षेप पर टिकी हैं।
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