ग्रेटर नोएडा(कपिल कुमार)
जागो युवा संगठन एंवम शोशल एक्शन फॉर फोरेस्ट एण्ड एनवायरनमेंट के तत्वावधान मे शिव मन्दिर, श्री सिध्द बाबा धाम, खैरपुर गुर्जर प्रांगण मे किया गया गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर त्रिवेणी रोपण मिशन 2022 का शुभारंभ किया विकास तोगड़ ने बताया नीम, वट ओर पीपल के पेड़ वायु मंडल मे दूसरे पेड़ो की तुलना मे आक्सीजन तो ज्यादातर छोड़ते ही है इनकी आयु भी लम्बी होती है इनसे घनी छाया भी मिलती हैं ओर भूस्खलन रोकने मे भी दूसरे पेड़ो कि तुलना मे अधिक कारगर होते है। इनकी लम्बे समय तक देखभाल करने कि भी ज्यादातर जरूरत नही पडती। इन पेड़ो का इन्सान के साथ साथ पक्षियों को भी बड़ा फायदा होता है वे इन पर घोंसले आसानी से बना लेते है। इसके साथ-साथ आयोजक विकास तोगड़ ने यह भी बताया कि वह इस मुहिम के माध्यम से जिला गौतमबुद्धनगर के विभिन्न गांवों मे जा जाकर पेड़ो के प्रती त्रिवेणी रोपण कर जागरूकता संदेश देगें ताकी भविषय मे इंसानो के स्वास्थ्यीय जीवन पर बुरा असर ना पड़े व मानव वृक्षारोपण पर अधिक बढ़ावा दे।
त्रिवेणी रोपण मिशन 2022 कि संगोठी कि अध्यक्षता ग्रामीण खैरपुर चौ.अजीपाल जी ने कि मिशन कि संगोष्ठी का शुलभ संचालन चौ राकेश सुनपूरा ने किया इसी संगोष्ठी के बीच आर्य सागर खारी जी तिलपता ने अपनी शुलभ भाषा मे त्रिवेणी रोपण के महत्व को आध्यात्मिकता से जोड़कर लोगो को जानकारी अवगत कराई व साथ मे विशाल नागर एडवोकेट दादरी, सतेन्द्र गुर्जर खैड़ी मास्टर मानवेंद्र भाटी जी BDC शौराजपुर ग्रामीण खैरपुर निवासी नवीन कसाना जी ने भी अपने द्वारा मंच से त्रिवेणी रोपण मिशन 2022 को 101 त्रिवेणी रोपण विभिन्न गांवो मे रोपित कराने का आशवासन दिया इसके साथ साथ अन्य युवा दीपेन्द्र खारी, सागर खारी जी तिलपता, सतेन्द्र गुर्जर नेताजी खैड़ी, नवीन कसाना, सुमित खारी, अरूण प्रधान खैरपुर, विशाल नागर एडवोकेट दादरी, विनोद भाटी भोगपुर, मानवेंद्र भाटी जी Bdc शौराजपुर, नागेन्द्र नागर सादुलापुर, धर्मेन्द्र बेसोया भूडा, महेरचँद नागर भूडा, मोनू खैड़ी, राकेश सुनपुरा, प्रशान्त नागर बैदपूरा, अरूण तोगड़ भनौता, चमन सिंह, सुमित खारी, देवेन्द्र खारी, नागेन्द्र खारी, वीरेन्द्र खारी, तरूण खारी, अंकित खारी, किनू खारी, हिमांशु खारी, अन्नू खारी, अरूण खारी खैरपुर, रितिक खोदना, सुमित खोदना, अंकित खोदना, आशीष खोदना, आशीष खोदना, तनीष खोदना आदि लोग उपस्थित रहे।
इसके उपरांत दीपेन्द्र खारी जी को पहली त्रिवेणी रोपित कर उनके द्वारा गोद लेने व उनकी देखभाल करने के उपलक्ष्य मे प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया।