ग्रेटर नोएडा। कपिल तोंगड़
सैकड़ों किसान रोजाना ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कार्यालय में अपने किसान आबादी भूखंड के आवंटन के लिए चककर लगाते है। प्राधिकरण में 2 से 3 घंटे बिताने के बाद निराश हो कर के लौट जाते हैं। उन्हें प्लॉट मिलने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही। सिर्फ अंधेरा ही अंधेरा दिखाई पड़ता था लेकिन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ऋतु महेश्वरी और एसीईओ आनंद वर्धन के कारण किसानों आबादी प्लॉट मिलने की उम्मीदों का अंधेरा छुटने लगा है।
छूट न जाए किसी का भी प्रार्थना पत्र
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में किसानों को अपना आबादी भूखंड लेने के लिए प्रार्थना पत्र देना होता है। जिसके बाद भूखंड देने की कार्रवाई शुरू होती है। यह प्रार्थना पत्र सालों से धूल खा रहे थे कोई इन्हें देखने वाला नहीं था। लेकिन अब अधिकारी कर्मचारी प्रार्थना पत्रों को दिन-रात खोज रहे हैं कोई छूट ना जाए। सभी को लेकर के प्रकाशन के लिए सूची तैयार की जा रही है। किसानों से संपर्क करके लगातार यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि अगर किसी ने कोई भूखंड के लिए प्रार्थना पत्र नहीं दिया है तो वह जल्द से जल्द प्राधिकरण में जमा करें। ताकि उसको भी सूची में डाला जाये।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ऋतु महेश्वरी और एसीईओं आनंद वर्धन की कार्य योजना और सभी एसडीएम का भरपूर साथ में मिल रहा है प्राधिकरण के भूमि विभाग के सभी कर्मचारी साथ मिलकर के कार्य कर रहे हैं। जो किसान आबादी भूखंड मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे उन्हें भी अब किरण दिखने लगी है।
नोएडा व्यूज भी किसानों से अपील करता है कि जिस भी किसान ने आबादी भूखंड के लिए आवेदन नहीं किया है वह जल्द से जल्द आवेदन करें।

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