नोएडा (कपिल कुमार) : सिम्बियोसिस इंटरनेशनल (डीम्ड यूनिवर्सिटी), ने नोएडा सेक्टर 62, नोएडा (उ.प्र.) में अपने कैम्पस का उद्घाटन किया|
इस कार्यक्रम में भारत सरकार में मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ’निशंक’ मुख्य अतिथि थे तथा परमपूज्य योग ऋषि स्वामी रामदेव जी महाराज विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहें। सिम्बियोसिस इंटरनेशनल (डीम्ड यूनिवर्सिटी) के माननीय कुलपति डॉ. एस बी मजुमदार ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
सिम्बियोसिस इंटरनेशनल (डीम्ड यूनिवर्सिटी) की प्रो-चांसलर डॉ. विद्या येरवडेकर तथा वाइस-चांसलर डॉ. रजनी गुप्ते भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थी।
सिम्बियोसिस नोएडा कैम्पस 10 एकड़ क्षेत्रफल में फैला है और इस कैम्पस को उत्कृष्ट शिक्षा
प्रदान करने की कोशिशों के लिए जाना जाता है। अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, एलसीडी युक्त खुले लैक्चर हॉल व समृद्ध पुस्तकालय पढ़ाई का माकूल परिवेश मुहैया कराते हैं।
सिम्बियोसिस ने नोएडा में दो स्कूलों- सिम्बियोसिस सेंटर फॉर मैनेजमेंट स्टडीज़ (एससीएमएस) और सिम्बियोसिस लॉ स्कूल (एसएलएस) के साथ अपना परिचालन शुरु किया था। एससीएमएस नोएडा एसआईयू का अंडरग्रेजुएट इंस्टीट्यूट है, यह तीन वर्षीय बीबीए प्रोग्राम का जानामाना संस्थान है जिसमें अंडरग्रेजुएट स्तर पर ऐप्लीकेशन आधारित मैनेजमेंट शिक्षा प्रदान की जाती है। इस कोर्स में व्यावहारिक ज्ञान व मजबूत कंसेप्चुअल इनपुट पर बल दिया जाता है,
एसएलएस नोएडा में बीए एलएलबी, बीबीए एलएलबी और एलएलएम कोर्स कराए जाते हैं और यह कानूनी शिक्षा प्रदान करने वाले, भारत के बेहतरीन संस्थानों में से एक है। एलएलएम प्रोग्राम की खासियत यह है कि यह कानून एवं रिसर्च ओरियेंटेशन के अध्ययन में अंतःविषयी दृष्टिकोण पर जोर देता है। यह एक वर्षीय फुल टाइम कोर्स है। अकादमिक वर्ष 2019-20 के लिए कुल 300 सीटें हैं।
ऐडमिशन के लिए चयन दो चरणों में होगा, उम्मीदवारों को एससीएमएस के लिए एसईटी स्कोर के आधार पर उम्मीदवारों को शार्ट लिस्ट किया जाएगा तथा कानून परीक्षा को सिम्बियोसिस लॉ ऐडमिशन टैस्ट के नाम से जाना जाता है। दोनों परीक्षाएं भारत के विभिन्न शहरों में ऑनलाइन तरीके से होंगी। शार्ट लिस्ट किए गए उम्मीदवारों को पर्सनल इंटरव्यू और राइटिंग एबिलिटी टैस्ट (पीआई-डब्ल्यू ए टी) के लिए सिम्बियोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी नोएडा कैम्पस में आमंत्रित किया जाएगा। अंतिम मेरिट लिस्ट को एसईटी स्कोर और पीआई-डब्ल्यू ए टी परफॉरमेंस के आधार पर तैयार किया जाएगा।