श्रुति नेगी :
जलवायु परिवर्तन भारत के मानसून को अधिक मजबूत और अधिक अराजक बना रहा है, वैज्ञानिकों ने बुधवार को कहा, भोजन, खेती और दुनिया की आबादी का लगभग पांचवां हिस्सा प्रभावित करने वाली अर्थव्यवस्था के लिए संभावित गंभीर परिणामों की चेतावनी। दुनिया भर के 30 से अधिक जलवायु मॉडल की तुलना में एक नया विश्लेषण अधिक गीला बारिश के मौसमों की भविष्यवाणी करता है, जो हर साल लगभग जून से सितंबर तक समुद्र से स्वीप करते हैं। पॉट्सडैम इंस्टीट्यूट फॉर क्लाइमेट इम्पैक्ट रिसर्च (PIK) के शोधकर्ताओं ने इस बात के पुख्ता सबूत पाए कि तापमान के हर डिग्री सेल्सियस में मानसून की बारिश में लगभग पाँच प्रतिशत की वृद्धि होगी।
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