नई दिल्ली |
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज वर्चुअल मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अयोध्या के विकास का भविष्य का विजन पेश करेंगे। पीएम मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम दोनों राज्य के दो उपमुख्यमंत्रियों के साथ एक विकास दृष्टि दस्तावेज की समीक्षा करेंगे। अयोध्या के विकास की भविष्य की दृष्टि में आधुनिकीकरण, सड़कों, बुनियादी ढांचे, रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे और अन्य कई लंबित परियोजनाएं शामिल हैं।
वर्चुअल रिव्यू मीट में 1200 एकड़ के वैदिक शहर और ’84 कोस परिक्रमा’ मार्ग पर चर्चा होगी, जो कि 300 किलोमीटर लंबा तीर्थ मार्ग है, जिसे भक्त भगवान से जुड़े महत्वपूर्ण स्थानों पर पूजा करने के लिए नंगे पैर चलेंगे। कृष्णा और कवर करने में लगभग 45 दिन लगेंगे। एलईए एसोसिएट्स साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड, जिसे राज्य सरकार ने अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) की मदद से किराए पर लिया था, ने लगभग 5000 नागरिकों और 500 पर्यटकों की मदद से दृष्टि दस्तावेज तैयार किया है। दस्तावेज़ का उद्देश्य यूपी शहर में राम मंदिर के रूप में चार लाख नौकरियों और आठ लाख अप्रत्यक्ष नौकरियों का सृजन करना है।
मास्टर प्लान में तीन निर्धारित लक्ष्यों के साथ 10 मेगाप्रोजेक्ट शामिल होंगे, अर्थात् अयोध्या में रोजगार के अवसर, स्थानीय सामानों की ब्रांडिंग और पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देना। विकास योजना में 18 बड़ी परियोजनाओं को भी शामिल किया गया है, जिनमें से 16 से अधिक परियोजनाएं इस साल अगस्त तक तैयार की जाएंगी।
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