ग्रेटर नोएडा(कपिल कुमार)
ग्रेटर नोएडा शहर में बने शिक्षण संस्थान एवं अस्पतालों को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने किसान से जमीन अधिग्रहण कर सस्ते दरों पर अस्पताल में स्कूलों को जमीन आवंटित की। जिस जमीन की लीज डीड में यह शर्त थी कि ग्रेटर नोएडा शहर में बने स्कूल एवं अस्पतालों के द्वारा स्थानीय किसानों एवं शहरवासियों को सस्ते दरों पर शिक्षा एवं इलाज देने की बात कही गई थी। लेकिन शिक्षण संस्थाओं एवं अस्पताल मालिकों की तानाशाही एवं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों की उदासीनता के कारण पिछले 20 वर्षों से ग्रेटर नोएडा शहर के लोगों का हो रहा है शोषण। जिसके विरोध में करप्शन फ्री इंडिया संगठन ने अपर मुख्य कार्यपालक दीपचंद को ज्ञापन सौंपा।
करप्शन फ्री इंडिया संगठन के संस्थापक चौधरी प्रवीण भारतीय ने बताया कि स्कूल मालिकों एवं अस्पताल मालिकों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से सस्ते दरों पर जमीन लेकर अस्पताल एवं शिक्षण संस्थान बनाए। प्राधिकरण ने जमीन देते समय लीज डीड में यह शर्त रखी गई थी कि स्थानीय किसानों एवं ग्रेटर नोएडा शहर के लोगों को सस्ते दरों पर शिक्षण संस्थान शिक्षा एवं अस्पतालों के द्वारा कम पैसे में इलाज किया जाएगा। लेकिन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के लापरवाह रवैया के कारण एवं अस्पताल, शिक्षण संस्थानों के मालिकों की तानाशाही के चलते दो दशक बाद भी लोगों को लीज डीड के अनुसार कोई भी लाभ नहीं मिल रहा। स्थानीय किसानों एवं शहर के लोगों को सस्ते दरों पर इलाज एवं शिक्षा दिलाने की मांग को लेकर करप्शन फ्री इंडिया संगठन ने प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक दीपचंद जी को ज्ञापन सौंपकर तत्काल इस कानून को लागू कराने की मांग की है। चौधरी प्रवीण भारतीय ने बताया कि अगर यह मांग प्राधिकरण एवं अस्पताल शिक्षण संस्थानों के द्वारा जल्द लागू नहीं हुई तो संगठन गांव-गांव में जन जागरण अभियान चलाकर प्राधिकरण पर आंदोलन करेगा। चौधरी प्रवीण भारतीय ने कहा कि इस संबंध में पूर्व में भी कई बार प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन नरेंद्र भूषण जी को लिखित में पत्र देकर स्थानीय किसानों एवं शहर वासियों को शिक्षा एवं चिकित्सा में लाभ दिलाने की मांग कर चुके हैं। इस दौरान पंकज खारी नीरज भाटी बॉबी गुर्जर नरेश कुमार राजेंद्र लोहिया देवेंद्र नागर आदि लोग मौजूद रहे।
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