भारत में कोरोना वायरस की चौथी लहर की आशंकाओं के बीच चीन में एक बार फिर से कोरोना का प्रकोप देखने को मिल रहा है। प्रशासन की जीरो कोविड पॉलिसी विफल होती दिख रही है। यहां लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। जिसके चलते चीनी प्रशासन को 26 शहरों में लॉकडाउन लगाना पड़ा है। चीन में कोरोना की तबाही जारी है और सबसे खराब हालत शंघाई की है। यहां 27 मार्च से ही सख्त लॉकडाउन लागू है। लेकिन अब कोरोना की मार छोटे-छोटे शहरों में भी पड़ने लगी है।
रोजाना 7 हजार से ज्यादा मामले
कई शहरों में सख्त लॉकडाउन से लोगों को खासी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही खाने-पीने की चीजों की भी दिक्कत हो रही है। चीन में हर दिन 7,000 से अधिक कोरोना वायरस के मामलों रिपोर्ट किए जा रहे हैं। जिसमें भारी आबादी वाले क्षेत्रों में परीक्षण किया गया है। इस प्रकोप के दौरान लोगों को अपने घरों के अंदर रहने के लिए मजबूर किया गया है, जो कि देश में शुरू में कोविड -19 का पता चलने के बाद से सबसे सख्त लॉकडाउन में से एक है। लॉकडाउन के अलावा, कोविड -19 मानदंडों और आवासीय क्षेत्रों के लिए कड़े नियमों की कई रिपोर्टें जो कोविड हॉटस्पॉट में स्थित हैं।
मई दिवस का प्रोग्राम रद्द
देश में कोरोना के सबसे खराब प्रकोपों में से एक के बीच चीन ने मई दिवस 2022 के समारोह को रद्द करने का फैसला किया, है। बता दें कि मई दिवस देश में सबसे बड़े छुट्टियों के मौसम में से एक है। 1 मई को पड़ने वाले मई दिवस को इस साल कोविड के मामलों में वृद्धि के कारण रद्द कर दिया गया था। मई दिवस चीन और दुनिया के कई हिस्सों में देश के श्रमिक समुदाय और कार्यबल को मनाने के लिए मनाया जाता है। यह एक ऐसा दिन है जहां कंपनियां अपने कार्यबल का जश्न मनाती हैं और उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।
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