गोंडा। महाराष्ट्र निर्माण सेना मनसे प्रमुख राज ठाकरे के पांच जून को प्रस्तावित अयोध्या दौरे को लेकर विरोध तेज हो गया है। नंदिनीनगर महाविद्यालय में बुलाई गई बैठक में भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष/कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने विरोध को लेकर रणनीति तैयार की। सांसद की अपील पर बैठक में शामिल समर्थकों व संतों ने भी विरोध करने की शपथ ली। सांसद ने कहा कि मनसे प्रमुख ने उत्तर भारतीयों का ही नहीं, साधु-संतों का अपमान किया है।
कहा, 2007 में राज ठाकरे व उनके समर्थकों ने उत्तर भारतीयों का जो अपमान किया था, उसे न तो भूला जा सकता है और न ही माफ किया जा सकता है। अयोध्या तो क्या, उत्तर भारतीय उन्हें एयरपोर्ट से बाहर निकलने नहीं देंगे। सांसद ने कहा कि मैंने भगवान राम की सौगंध खाकर यह संकल्प लिया है कि जबतक वह माफी नहीं मांगते हैं तब तक उन्हें अयोध्या में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा। मैं आखिरी सांस तक दृढ़ संकल्प हूं, पीछे नहीं हटूंगा। यदि बिना माफी मांगें अयोध्या में प्रवेश करने का प्रयास किया तो उन्हें लाखों लोगों की लाश के ऊपर से गुजरना होगा।
राज ठाकरे को बताया था कालनेमि : सांसद ने एक सप्ताह पूर्व मनसे प्रमुख राज ठाकरे के खिलाफ मोर्चा खोला था। उन्होंने कर्नलगंज, तरबगंज, नवाबगंज व बस्ती में बैठक कर समर्थन जुटाया। कर्नलगंज में सांसद ने राज ठाकरे की तुलना कालनेमि राक्षस से की थी। नवाबगंज में रावण की तरह पाप करने का आरोप लगाया था। सांसद ने कहा कि ये फैसला पार्टी का नहीं बल्कि, मेरा व्यक्तिगत है। उन्होंने कहा कि मैं छह बार सांसद रहा हूं, एक बार पत्नी सांसद रही और बेटा दूसरी बार विधायक है, मुझे मंत्री पद की चाहत नहीं है। यदि किसी को मेरी हैसियत देखनी हो तो गोंडा आएं।
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