लखनऊ। भ्रष्टाचार के खिलाफ शासन की सख्ती के बाद अहिमामऊ जमीन घोटाले की जांच पुलिस ने भी शुरू कर दी है। जिला प्रशासन की ओर से गठित की गई कमेटी भी मामले की जांच कर रही है। हालांकि, जमीन की हेरफेर में जिन लोगों के हस्ताक्षर फाइल पर मिले हैं, उनसे पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस ने गुरुवार को नायब तहसीलदार कविता ठाकुर को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था।
अहिमामऊ प्रकरण में उनसे सभी बिंदुओं पर पूछताछ की गई। फाइल पर कविता ठाकुर के हस्ताक्षर के बारे में भी उनसे पूछा गया। बयान में कविता ठाकुर ने कहा कि फाइल पर उनके फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं। उन्होंने बताया कि जालसाजी कर उनके हस्ताक्षर बनाए गए हैं। कविता ठाकुर के अलावा भी कई कर्मचारियों के बयान दर्ज किए गए हैं। तत्कालीन तहसीलदार ज्ञानेंद्र सिंह अवकाश पर हैं। वापस आने पर उनसे भी पुलिस पूछताछ करेगी।
ये है मामलाः पूर्व राजस्व कर्मी विवेकानंद डोबरियाल के खिलाफ कैसरबाग कोतवाली में वसूली और ट्रांसफर पोस्टिंग में खेल करने की एफआइआर दर्ज कराई गई थी। छानबीन में पता चला कि आरोपित के करीबी कर्मचारियों ने अहिमामऊ में करोड़ों की जमीन में हेरफेर किया था। दैनिक जागरण ने इस मुद्दे को उठाया तो अज्ञात कर्मचारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई। उधर, डोबरियाल पर 50 हजार का इनाम घोषित हो चुका है। बावजूद इसके पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
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