तेहरान। पूर्वी ईरान में बुधवार तड़के एक बड़ा ट्रेन हादसा हो गया जिसमें करीब दस से अधिक लोगों की मौत हो गई। तबस सिटी के करीब एक पैसेंजर ट्रेन की टक्कर Excavator से हो गई जिसके बाद ट्रेन के चार कोच डिरेल हो गए। इस दुर्घटना में 13 यात्रियों की मौत हो गई और 50 से अधिक जख्मी बताए जा रहे हैं। इनमें से कुछ की हालत गंभीर है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस ट्रेन दुर्घटना के कारण घायलों व मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। तबस के करीब आज तड़के ट्रेन की सात में से चार कोच पटरी से उतर गई। एंबुलेंस और तीन हेलीकाप्टरों के साथ राहतकर्मियों की टीम मौके पर पहुंच गई। रायटर्स के अनुसार, आपदा प्रबंधन प्रमुख ने बताया, ‘घटनाास्थलपर पांच एंबुलेंस मौजूद हैं वहीं 12 और एंबुलेंस रास्ते में हैं।’
यह ट्रेन दुर्घटना तबस से कुछ 50 किमी की दूरी पर हुई जो राजधानी तेहरान से 550 किमी की दूरी पर है। रिपोर्ट के अनुसार दुर्घटना की जांच जारी है। इससे पहले 2016 में ट्रेन दुर्घटना हुई थी जिसमें दर्जनों की मौत हो गई और सैंकड़ों जख्मी हैं। ईरान के हाईवे पर हर साल करीब 17 हजार मौतें होती हैं। दुनिया में सबसे बदतर ट्रैफिक के हालात ईरान के ही हैं।
ईरान में दी जा रही फांसी की सजा से चिंता में मानवाधिकार संगठन
ईरान में फांसी की सजा को लेकर मानवाधिकार संगठन चिंतित हैं। दरअसल हाल में ही ड्रग्स स्मगलिंग या मर्डर के आरोप में यहां के दक्षिणी-पूर्वी इलाके में 12 बलूच कैदियों को फांसी पर लटका दिया गया। सजा पाने वालों में 11 पुरुष और 1 महिला शामिल है। मानवाधिकार संगठन के कार्यकर्ताओं का कहना है कि ईरान असंगत रूप से जातीय और धार्मिक अल्पसंख्यकों को निशाना बना रहा है। इसमें खासतौर पर कुर्द, बलूच और अरब शामिल हैं। संगठन ने यह भी कहा कि ईरान से एकत्रित आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021 में ईरान में दी गई कुल फांसी में 21 फीसद बलूच नागरिक थे। ईरान में कम से कम 333 लोगों को साल 2021 में फांसी दी गई थी। यह साल 2020 की तुलना में 25 फीसद ज्यादा है।
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