नोएडा की बेटी अंशिका सिंह ने ऑस्ट्रेलिया में लहराया देश का परचम

स्टार्ट अप में एक ऐप बनाकर दो साल में खड़ी कर दी 27 करोड़ की कंपनी हजारों पेज के डॉक्यूमेंट्स का सारांश इस ऐप से तत्काल प्राप्त कर सकते हैं बेस्ट स्टार्टअप में से एक चुने जाने पर ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने किया पुरस्कृत ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी कहते हैं कि मन में अगर चाह हो तो सफलता खुद-बखुद कदम चूमती है। नोएडा के सेक्टर 14ए की रहने वाली बेटी अंशिका सिंह ने इस कथन को साकार कर दिखाया है। 2022 में एक अनूठा ऐप बनाकर जिस स्टार्ट अप के रूप…

अपनी जेब में आना चाहिए, प्राधिकरण को नफा हो या नुकसान

ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वित्त विभाग में फाइलों को महीना तक रोकना एक आम बात हो गई है। जिन फाइलों के होने से प्राधिकरण को ही लाभ होना है प्राधिकरण को पैसा आना है उन फाइलों को भी रोक कर रखा जाता है जब तक उनमें सुविधा शुल्क इनका अपना नहीं मिल जाता, तब तक फाइलों को नहीं किया जाता है। चाहे प्राधिकरण को पैसा मिले या ना मिले, ऐसे अधिकारी कर्मचारियों के कारण ही प्राधिकरण की छवि दिन पर दिन धूमिल हो रही है। प्राधिकरण…

नियोजन विभाग में प्रत्येक रोज पहुंचते हैं सैकड़ो लोग, हाथ लगती है सिर्फ और सिर्फ निराश

ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के विभागों में आपस में स्पर्धा चल रही है काम न करने में कौन सबसे आगे रहेगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का ऐसा ही एक विभाग है नियोजन विभाग। नियोजन विभाग किसी भी संस्था का सबसे महत्वपूर्ण विभाग होता है यही विभाग संस्था का भविष्य तय करता है। शहर के प्रत्येक विकास की नीव इसी विभाग के द्वारा रखी जाती है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का यह विभाग पिछले कुछ समय से निष्क्रिय नजर आ रहा है। ऐसा नज़र आता है की नियोजन विभाग के…

हेरा फेरी करने वाले हो जाएं सावधान, ग्रेनो प्राधिकरण में अब क्यूआर कोड से वेरीफाई होगा चालान

ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी आवंटित संपत्ति के एवज में किए गए भुगतान का चालान सही है या फिर कोई गड़बड़ी है, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में अब इसका पता आसानी से चल जाएगा। प्राधिकरण ने एचडीएफसी बैंक के सहयोग से हाई सिक्योरिटी क्यूआर कोड तैयार कराया है, जिसे बुधवार को लांच कर दिया गया। अब हर चालान पर दो क्यूआर कोड बने होंगे, जिसे स्कैन करते ही चालान का वेरीफिकेशन हो जाएगा। वित्तीय लेनदेन को और सुरक्षित बनाने तथा चालान में गड़बड़ी को रोकने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ…

अवैध निर्माण के दोषी सिर्फ कॉलोनाइजर ही है या प्राधिकरण के अधिकारियों का भी सहयोग है?

ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी शहर में आजकल जगह-जगह बुलडोजर चलने की खबरें आ रही है। हर रोज किसी न किसी अवैध निर्माण को तोड़ा जा रहा है। लेकिन फिर क्यों अगले ही रोज निर्माण फिर शुरू हो जाता है। प्राधिकरण के अधिकारियों की कोई भूमिका तो इसमें नहीं? ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले कुछ गांव है जैसे तुस्याना, हबीबपुर, खेड़ा चौगानपुर इन आदि गांव में अवैध निर्माण जोरो से चल रहा है। कई बार इनको तोड़ने की खानापूर्ति भी की गई। कुछ को सील भी किया गया। लेकिन…

शारदा अस्पताल की नर्सों ने परीचौक पर प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला की डिलीवरी करवाकर बच्चे और मां की बचाई जान

ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी भगवान किस रूप में आ जाए आपको पता नही होता ऐसा ही परीचौक पर प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला के साथ हुआ वहां से ड्यूटी पर जा रही शारदा अस्पताल की नर्स रेनू और ज्योति ने वहीं पर महिला की सकुशल डिलीवरी करवाकर बच्चे और मां जान बचाकर भगवान के रूप में दर्शन दिए। अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है,अब दोनों स्वस्थ है जल्द ही दोनों को छुट्टी मिल जाएगी। डायरेक्टर पीआर डॉ अजीत कुमार ने बताया कि इस मानवीय कार्य के लिए दोनों…

एडवरटाइजिंग होर्डिंग बोर्ड शौचालय के ऊपर लगने थे, अधिकारियों की मिली भगत से प्राइम लोकेशन पर लगे

ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के नए-नए कारनामे देखने को मिलते हैं कुछ अधिकारियों ने तो प्राधिकरण के नियमों की धज्जियां उड़ाने की कसम खा रखी है। उन्हें प्राधिकरण के नियमों कायदे कानून से कोई लेना-देना नहीं है। ऐसे ही कारनामे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के स्वास्थ्य विभाग में देखने को मिल रहे हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने प्राइवेट कंपनियों को ग्रेटर नोएडा शहर में शौचालय (Public Toilet) बनाने के लिए जगह उपलब्ध कराई है और प्राइवेट कंपनियों को शौचालय बनाने और उसका संचालन करने की एवज…

प्राधिकरण के सबसे महत्वपूर्ण विभाग में अस्थाई कर्मचारियों का बोलबाला

प्राधिकरण के सबसे महत्वपूर्ण विभाग में अस्थाई कर्मचारियों का बोलबाला ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी किसी भी संस्था का विधि विभाग एक महत्वपूर्ण विभाग होता है और इस विभाग की जिम्मेदारी बहुत ही जिम्मेदार अधिकारियों पर होनी चाहिए। जिनकी जिनकी जवाबदेही संस्था के लिए प्रतिबंध हो। क्योंकि यह ऐसा विभाग है जिसकी एक छोटी सी गलती के कारण किसी भी संस्था को बड़ी हानि हो सकती है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के विधि विभाग में इस समय अस्थाई कर्मचारियों की संख्या अधिक है। जबकि सरकारी कर्मचारी की संख्या नाम मात्र की है…

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण : गांव की सफाई के नाम पर हो रहा है भ्रष्टाचार

ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सफाई व्यवस्था बेहद खराब स्थिति में चल रही है गांव में तो बहुत ही ज्यादा खराब स्थिति सफाई व्यवस्था की बनी हुई है।जगह-जगह कूड़े के ढेर वहां दिखाई देंगे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के औचक निरीक्षण दौर भी आपको सिर्फ सोसाइटियों तक ही दिखाई देंगे। गांव की सफाई के नाम पर भ्रष्टाचार गांव में साफ सफाई सिर्फ खानापूर्ति के लिए की जा रही है गांव में आबादी के हिसाब से सफाई कर्मचारी प्राधिकरण की तरफ से नियुक्त किए…

जिस निर्माण को अवैध बताकर प्राधिकरण तोड़ता है, क्या कभी सोचा है कि यह निर्माण हो क्यों रहा है?

ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी शहर में सबसे ज्यादा बात आज किसी चीज की हो रही है तो वह है अवैध निर्माण और यह प्राधिकरण के नियमों के अनुसार अवैध निर्माण भी है। लेकिन सोचने वाली बात यह भी है आखरी अवैध निर्माण की परिभाषा है क्या? अगर कोई किसान अपनी जमीन पर निर्माण करता है क्या वह अवैध निर्माण है? या अगर किसान अपनी जमीन को किसी को बेच देता है और वह उसे पर निर्माण करता है क्या वह अवैध निर्माण है? और आखिर किसान अपनी जमीन पर निर्माण…