प्राधिकरण शहर के व्यापारियों के साथ मिलकर रुकेगा पॉलिथीन का इस्तेमाल, प्राधिकरण के मीटिंग हॉल की कुर्सियों पर चढ़ी है पॉलिथीन।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को पालीथिन का इस्तेमाल करने पर अपने ऊपर भी लगानी चाहिए पेनल्टी, जिससे शहर में जाएगा एक बड़ा संदेश

ग्रेटर नोएडा। कपिल कुमार

ग्रेटर नोएडा में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल रोकने को व्यापारी संगठनों ने भी प्राधिकरण के साथ कदमताल मिलाया है। सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने और ग्रेटर नोएडा को प्लास्टिक मुक्त बनाने में प्राधिकरण को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है। प्राधिकरण ने व्यापारियों से कहा है कि 120 माइक्रोन से अधिक मोटाई वाली पॉलिथीन ही खरीदें और वह कितने माइक्रोन की है, इसे बिल पर भी अंकित करें।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व मेरठ मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह के निर्देश पर प्राधिकरण की तरफ से ऑडिटोरियम में सोमवार को व्यापारियों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें ग्रेटर नोएडा और आसपास के तमाम व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। व्यापारियों ने पॉलिथीन के मैनुफैक्चरर/सप्लायर पर भी रोक लगाने का सुझाव दिया, जिस पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा शर्मा ने यूपीपीसीबी के ग्रेटर नोएडा के क्षेत्रीय अधिकारी भुवन यादव से ऐसी कंपनियों की पड़ताल कर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। एसीईओ प्रेरणा शर्मा ने ग्रेटर नोएडा के जनस्वास्थ्य विभाग और दोनों एनजीओ (फीडबैक फाउंडेशन और ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ लोकल सेल्फ गवर्नमेंट ) की टीम को निर्देश दिए कि बाजारों में दुकानदारों व खरीदारों को जागरूक करने या पड़ताल करने के लिए जाने से पहले स्थानीय व्यापारी संगठन के प्रतिनिधियों को जरूर सूचना दें। पॉलिथीन का इस्तेमाल करने वाली दुकानों का चालान काटने के साथ ही दुकानदार को सैंपल बिल भी दिखाएं, जिसमें पॉलिथीन की मोटाई (माइक्रोन) का जिक्र हो। उन्होंने ग्रेटर नोएडा के हर नागरिक से पॉलिथीन का इस्तेमाल रोकने में सहयोग की अपील की। मंच का संलाचन कर रहे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक सलिल यादव व उनकी टीम ने पॉलिथीन के इस्तेमाल से इंसानों और मवेशियों को होने वाले नुकसान से जुड़े वीडियो दिखाकर जागरूक किया। उन्होंने बताया कि प्लास्टिक की वजह से जमीन की उर्वरक क्षमता भी घट रही है।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जिस ऑडिटोरियम में यह कार्यशाला चल रही थी वहां की सैकड़ों कुर्सियों पर पॉलिथीन चढ़ी हुई थी उस तरफ किसी का भी ध्यान नहीं गया कि प्राधिकरण में भी पालीथिन का इस्तेमाल हो रहा है ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को सबसे पहले अपने कार्यालय को पॉलिथीन मुक्त करना होगा और ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करना होगा।

प्लास्टिक की इन 19 चीजों पर है पाबंदी

कान साफ करने वाले प्लास्टिक के इयर बड्स, गुब्बारों में लगने वाली प्लास्टिक की डंडिया, सजावट में इस्तेमाल होने वाला थर्माकोल, प्लास्टिक के झंडे, आइसक्रीम की छोटी चम्मच, लॉली पॉप में लगने वाली छोटी स्टिक्स, प्लास्टिक के कप, प्लास्टिक के गिलास, प्लास्टिक के चम्मच, प्लास्टिक के कांटे, कोल्डड्रिंक पीने वाली स्ट्रॉ, प्लास्टिक के चाकू, प्लास्टिक ट्रे, मिक्स करने वाली डंडियां, सिगरेट के पैकेट पर लगी प्लास्टिक, शादी के कार्ड पर इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक की शीट, प्लास्टिक या पीवीसी के बैनर, मिठाई के डिब्बों की पैकेजिंग में इस्तेमाल होने वाली पन्नी प्लास्टिक या थर्माकोल से बनी प्लेट या थाली


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