लखनऊ। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डालर का आकार देने के लिए यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) निवेश जुटाने की खातिर नई नीतियां लाएगी। वहीं अब तक लागू की गईं निवेश नीतियों को और आकर्षक व बेहतर बनाएगी।
औद्योगिक विकास और नए उद्योगों की होगी स्थापना
उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने का रोडमैप तैयार करने के लिए कंसल्टेंट चुने गए डेलायट इंडिया के प्रतिनिधियों की इसी कड़ी में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त (आइआइडीसी) अरविंद कुमार के साथ बैठक हुई जिसमें कई बिंदुओं पर चर्चा हुई।
बैठक में डेलायट इंडिया के प्रतिनिधियों ने प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने के उद्देश्य से औद्योगिक विकास और नए उद्योगों को स्थापित करने के बारे में अपने सुझाव दिये।
प्रदेश में पूंजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए नीतियों पर विस्तृत चर्चा की गई। अन्य कंसल्टेंसी संस्थाओं के बीच बेहतर समन्वय बनाए रखने पर जोर दिया गया।
आइआइडीसी ने राज्य सरकार की ओर से औद्योगिक विकास के क्षेत्र में उठाए जा रहे कदमों के बारे में बताया। उन्होंने जनवरी 2023 में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए की जा रहीं तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी।
एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था के नोडल अधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि बैठक में सरकार की तरफ से निवेशकों को आकर्षित करने के लिए जिन नीतियों को लाया गया है उनकी बेहतरी और अन्य नई नीतियों को लाने पर चर्चा की गई है।
डेलायट इंडिया की तरफ से पक्षकारों और और विभाग को लेकर क्या कुछ रोडमैप तैयार किया गया है, इस विषय पर भी चर्चा हुई है। बैठक में इन्वेस्ट इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक प्रकाश समेत कई उच्च अधिकारी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन (50 खरब) डालर के बराबर पहुंचाने का आह्वान किया है। इस राष्ट्रीय लक्ष्य के संदर्भ में योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था (Economy) को अगले पांच वर्ष में एक ट्रिलियन डालर (One Trillion Economy) का आकार देने का लक्ष्य तय किया है।
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