दादरी (कपिल कुमार)
चिटहेरा भूमि घोटाले में जिले के दोषी अधिकारियों पर गाज गिरनी तय है शासन के आदेश पर प्रशासन ने नाम चिन्हित करने शुरू कर दिए हैं और जल्दी ही नामों की लिस्ट बंद लिफाफे में शासन को भेज दी जाएगी चिटहरा भूमि घोटाले को अधिकारी, नेता और भू माफियाओं ने मिलकर अंजाम दिया था।
वर्ष 1990 में चिटहेरा गांव में सैकड़ों पट्टे का आवंटन हुआ था इस आवंटन को चुनौती दी गई थी। इसके बाद अपर जिलाधिकारी की कोर्ट ने आवंटन रद्द कर दिया था लेकिन हापुड़ की कोर्ट ने पट्टों को बहाल कर दिया उसी दौरान राजस्व रिकॉर्ड में कई पट्टों का रकबा बढ़ाया गया और आदेश पर अमल करने में भी देरी नहीं की गई थी इसके बाद भूमाफिया सक्रिय हो गए और खरीद शुरू कर दी भू माफियाओं ने कुछ जमीन का मुआवजा भी प्राधिकरण से उठा लिया था अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व की जांच में खुलासा हुआ है।
जब इस प्रकरण की जांच हुई तो उसमें दादरी तहसील के कई अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध मिली है। जिला प्रशासन ने अधिकारियों पर कार्रवाई करने की सिफारिश शासन से की है और अपनी जांच रिपोर्ट भी शासन को भेज दी है इस पर शासन ने प्रशासन से दोषी अधिकारियों की सूची मांगी है। अब जिला प्रशासन द्वारा दोषी अधिकारियों की सूची तैयार की जा रही है और जल्दी ही बंद लिफाफे में शासन को भेज दी जाएगी। जिसके बाद शासन स्तर से कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा अब देखने होगा कार्रवाई किस किस पर होती है।
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