ग्रेटर नोएडा। कपिल कुमार
गौतम बुध नगर जनपद कई मामलों में अनूठा है यहां पर तीन प्राधिकरण है ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, नोएडा प्राधिकरण और यमुना प्राधिकरण। यमुना प्राधिकरण को छोड़ कर बाकी तीनों प्राधिकरण में विल जीपीए एग्रीमेंट के आधार पर लिख पत्रों का निष्पादन बिना किसी बाधा के किया जाता है परंतु शायद यमुना प्राधिकरण भारतीय संविधान और कानून से कुछ ऊपर है इसलिए वहां पर विल जीपीओ एग्रीमेंट पर जो संपत्तियां वर्षों पहले खरीद ली गई इस आशा में कि जब रजिस्ट्री आंख खुलेगी तो उनका निष्पादन करा लिया जाएगा। परंतु आज बरसों बाद लोग अपनी रजिस्ट्री कराना चाहते हैं तो यमुना प्राधिकरण का कहना है कि हमारे यहां विल जीपीएस एग्रीमेंट ही नहीं है। जबकि वहां से 2 किलोमीटर की दूरी पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में यही चीज पूरी तरह से मान्य है इसलिए यह स्पष्ट दिखता है कि कोई एक तो गलत है और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण जब हजारों संपत्तियों का रजिस्ट्रेशन विल जीपीएस एग्रीमेंट के बेस पर करा चुका है तो वह तो गलत हो नहीं सकता तो फिर यह क्या मनमानी है यमुना प्राधिकरण में हजारों आवंटी सिर्फ इस बात के कारण भटक रहे हैं क्योंकि उन्होंने संपत्ति विल जीपीए एग्रीमेंट के आधार पर खरीद रखी है।
अतः यह न्यायोचित होगा यमुना प्राधिकरण भी न केवल विल जीपीएस एग्रीमेंट के आधार पर रजिस्ट्रीओ को मान्य करें। बल्कि जो हजारों आवंटी भटक रहे हैं उन का समाधान करें। प्राधिकरण के सीईओ से यह अनुरोध है की आगामी बोर्ड बैठक में इस विषय पर सुसंगत निर्णय लें।
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