शहर में क्यों बढ़ रही है सिक्योरिटी गार्ड के साथ गाली गलौज और मारपीट की घटनाएं।

शौक के लिए नहीं, घर का चूल्हा जलाने के लिए की जाती है सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी, शिक्षा के साथ संस्कार होने भी जरूरी, बिना संस्कार व्यक्ति पूर्ण नहीं होता।

ग्रेटर नोएडा। कपिल कुमार

नोएडा और ग्रेटर नोएडा की देश में उभरते हुए शहरों में गिनती होती है। इन्हें हाइटेक सिटी कहा जाता है इन शहरों में कथा कथित कुछ पढ़े-लिखे लोग सभ्यता की सारी मर्यादा लांग रहे हैं। अपने से कमजोर लोगों पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं महिला हो या पुरुष नशे में अपनी सारी हदें भूल जाते हैं और आपा खो देते हैं कथित तौर पर माना जाता है कि जो लोग पढ़े लिखे होते हैं वह सभ्य होते हैं और वह लोग बड़े और छोटों के साथ इज्जत से पेश आते हैं। लकिन नोएडा और ग्रेटर नोएडा की हाई राइज सोसायटी ओं में पढ़े लिखे लोगों का और ही रूप देखने को मिल रहा है।

सोसाइटी, सेक्टर, शॉपिंग मॉल, हॉस्पिटल, स्कूल आदि जगह पर सिक्योरिटी गार्ड आप की सुरक्षा के लिए ही तैनात किए जाते हैं और आपके द्वारा बनाए गए नियमों को ही आपको और लोगों को फॉलो करते हैं। अपनी ड्यूटी बड़ी ईमानदारी से निभाते हैं लेकिन लोगों का उनके साथ व्यवहार बहुत गलत होता जा रहा है। गार्ड के टोकने को लोग अपनी इज्जत पर ले लेते हैं और गार्ड को अपनी हैसियत बताने लगते हैं सिक्योरिटी गार्ड के साथ गाली गलौज और मारपीट पर उतर आते हैं जबकि उनका कसूर सिर्फ इतना होता है कि वो आपको आपके द्वारा बनाए गए नियमों को याद दिलाते हैं और उन्हें फॉलो करने के लिए आप से बोलते हैं।

आप की सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी गार्ड 12 घंटे तक खड़े रहते हैं।

सोसाइटी, सेक्टर, शॉपिंग मॉल आदि में लगे हुए सिक्योरिटी गार्ड लगभग 12 घंटे ड्यूटी करते हैं और उसकी एवज में मात्र उन्हें 8 से 12 हजार रुपए महीना तनखा मिलती है यह लोग आपको डराने धमकाने के लिए नौकरी नहीं करते यह अपने घर का चूल्हा जलाने और बच्चो की पढाई के लिए आपकी सुरक्षा में खड़े रहते हैं इनका भी घर है इनका भी परिवार है इनको कमजोर और इनकी मजबूरी का फायदा उठा कर के लोग इन पर टूट पड़ते हैं लगातार 12 -12 घंटे खड़े होकर के ड्यूटी करने से उनका स्वास्थ्य भी खराब होता चला जाता है भिन्न-भिन्न बीमारियों से कम उम्र में ही यह लोग ग्रस्त हो जाते हैं।

सिक्योरिटी गार्ड भी हमारे और आपके बीच के ही लोग होते हैं।

सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले लोग हमारे और आपके ही समाज के लोग हैं इनकी इज्जत और मान सम्मान भी हमारी तरह ही है जितनी इज्जत हमारी है उतनी ही इज्जत सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वालों की है यह कोई मशीन नहीं है जो हर समय बिल्कुल परफेक्ट ही होगी छोटी मोटी गलतियां किसी से भी हो सकती है इसका यह मतलब नहीं है कि उसकी इज्जत के साथ खेला जाए या उसे कमजोर और गरीब समझकर कोई भी ऐरा गैरा इन्हे थपेड़ जाए।
ज्यादातर सिक्योरिटी गार्ड दूसरे प्रदेश और दूसरे जिलों से आकर के हैं यहां नौकरी कर रहे हैं। एक बार आप लोग सिक्योरिटी गार्ड से इज्जत से बात करके देखो, यह आपको कई गुना इज्जत और प्यार देंगे।

सिक्योरिटी गार्ड के साथ अभद्रता करने वालों पर हो सकत कार्रवाई।

सिक्योरिटी गार्ड के साथ गाली गलौज और मारपीट की ज्यादातर घटनाएं लोग नशे में कर रहे है हाई राइज सोसाइटीज में रहने वाले महिला और पुरुष दोनों नशा की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं नशे में वह अपनी सीमाएं लांग जाते हैं सिक्योरिटी गार्ड्स के साथ मारपीट और गाली गलौज करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए जिससे दूसरे लोगों की भी इनके साथ गलत व्यवहार करने की हिम्मत ना हो, और सिक्योरिटी गार्ड्स इज्जत के साथ अपनी नौकरी कर सके, और इस नौकरी की कमाई से अपने घर का चूल्हा जला सके।

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