नोएडा। यमुना एक्सप्रेस वे पर कोहरे के कारण होने वाली वाहन दुर्घटनाओं को राेकने के लिए 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक अधिकतम गति सीमा कम कर दी गई है। पहले ही दिन तीन हजार वाहन चालकों ने अधिकतम गति सीमा का उल्लंघन किया है। उनके खिलाफ चालान की कार्रवाई भी की गई है।
वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए यमुना एक्सप्रेस वे पर गति सीमा के स्टीकर लगाए गए हैं, इसके साथ ही एलईडी बोर्ड के जरिये भी जागरूक किया जा रहा है।
कोहरे के कारण होते हैं हादसे
ग्रेटर नोएडा से आगरा तक 165 किमी लंबे यमुना एक्सप्रेस वे पर हल्के वाहनों के लिए अधिकतम सौ किमी प्रति घंटा गति सीमा निर्धारित है, लेकिन सर्दियों में कोहरे के कारण यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसे की आशंका काफी अधिक हो जाती है। दृश्यता कम होने के कारण तेज रफ्तार वाहन टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं।
हादसों की रोकथाम के लिए यमुना प्राधिकरण ने एक्सप्रेस वे पर वाहनों की अधिकतम गति सीमा को सौ किमी प्रति घंटा से घटाकर 75 किमी प्रति घंटा कर दिया है। भारी वाहनों के लिए इसे 80 किमी प्रति घंटा से घटाकर 60 किमी प्रति घंटा कर दिया है।
नियमों की उड़ रही धज्जियां
नए नियम बुधवार अर्द्धरात्रि से यह लागू हो चुकी है। इसके बावजूद पहले ही दिन शाम चार बजे तक 1054 वाहन चालकों ने अधिकतम गति सीमा को धता बताते हुए तेज रफ्तार में वाहन दौड़ाये। शाम साढ़े छह बजे तक यह आंकड़ा बढ़कर तीन हजार तक पहुंच गया। एक्सप्रेस वे पर लगी स्पीड गन और कैमरों की मदद से इन वाहनों को चिह्नित कर लिया गया है। यातायात विभाग ने इन वाहनों के खिलाफ चालान की कार्रवाई की है।
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