गाजियाबाद। जिले में जगह-जगह रेस्टोरेंट, कैफे और बार की आड़ में हुक्काबार चल रहे हैं। पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई भी कर रही है लेकिन उस पर सवाल उठ रहा है। इसका प्रमुख कारण छापामारी के दौरान हुक्काबार के कर्मचारियों और ग्राहकों की गिरफ्तारी और संचालकों का फरार हो जाना है। इससे यह भी साबित हो रहा है कि हुक्काबार संचालकों के हाथ पुलिस से भी लंबे हैं।
दो दारोगाओं सहित 6 पुलिसकर्मियों पर भारी पड़ा संचालक
कौशांबी थाना के पास में एंजल माल है। यह माल नशेबाजी के लिए जिले में ही नहीं बल्कि दिल्ली, नोएडा व आसपास के जिलों में बदनाम है। पुलिस के मुताबिक, कौशांबी पुलिस चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक अमित सोनी को 30 दिसंबर को सूचना मिली कि एंजल माल के द बंग बंग बार में हुक्काबार चल रहा है। उन्होंने उपनिरीक्षक अंकित श्रीवास्तव, मुख्य आरक्षी विकास कुमार, मुख्य आरक्षी कमल कुमार, मुख्य आरक्षी रंजीत कुमार व आरक्षी प्रह्लाद के साथ उसमें छापा मारा। सूचना सही मिली।
उन्होंने हुक्काबार के दो कर्मचारियों सावन व अरुण को गिरफ्तार कर लिया। संचालक रविंद्र भीड़ का फायदा उठाकर फरार हो गया। इस पर लोगों का कहना है कि हुक्काबार संचालक रविंद्र दो दारोगाओं सहित छह पुलिसकर्मियों पर भारी पड़ा और उन्हें चकमा देकर भाग गया।
पहले भी छापामारी के दौरान नहीं पकड़े गए संचालक
नवंबर 2021 में पुलिस ने इंदिरापुरम कोतवाली क्षेत्र के मंगल चौक पर गबरू हुक्काबार में छापामार कर कर्मचारियों सहि 15 युवकों को पकड़ा था। पुलिस ने दावा किया था कि संचालक मौके से फरार हो गया। इसी माह में पुलिस ने कौशांबी थाना क्षेत्र के एंजल माल में नो रूल्स रेस्टोरेंट एंड बार में छापामार कर प्रबंधक और कर्मचारियों सहित 50 युवक-युवतियों को पकड़ा था। पुलिस ने इस कार्रवाई के दौरान भी संचालक के मौके से फरार हो जाने का दावा किया था।
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