ग्रेटर नोएडा। कपिल कुमार
निकाय चुनाव पीछे हटने के बाद से जिले में भारतीय जनता पार्टी में संगठन में अपनी जगह बनाने के लिए जोर आजमाइश शुरू हो चुकी है। बीजेपी संगठन में पहले प्रदेश कार्यकारिणी बनाई जाएगी। उसके बाद क्षेत्रीय अध्यक्षों का गठन होगा। उसके बाद जिला अध्यक्ष की बारी है। जिला अध्यक्ष के दावेदारों ने दौड़ लगानी शुरू कर दी है सांसद विधायकों के पास जाना शुरू कर दिया है।
जिला अध्यक्ष के चुनाव में जातिगत समीकरण महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। गौतम बुध नगर में गुर्जर, ठाकुर और ब्राह्मण तीनों अच्छी खासी संख्या में है इस बार माना जा रहा है की गुर्जर, ठाकुर और ब्राह्मण में से ही कोई जिलाध्यक्ष बनेगा।
ठाकुर बिरादरी से मुख्य तौर पर दो से तीन नाम निकल कर के आ रहे हैं। जिनमें ठाकुर धर्मेंद्र सिंह, अरविंद सिंह और पवन रावल इत्यादि इनमें ठाकुर बिरादरी से ठाकुर धर्मेंद्र सिंह रौनीजा का नाम सबसे ज्यादा मजबूत माना जा रहा है इनको सांसद और विधायकों का चहेता माना जाता है एवं इनके जिले व प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं से करीबी संबंध है जिनका फायदा इन्हें मिल सकता है।
गुर्जर बिरादरी से मुख्य तौर पर तीन चार नाम निकल कर आ रहे हैं जिनमें सुभाष भाटी, देवा भाटी, गजेंद्र मावी इत्यादि इनमें देवा भाटी का नाम सबसे ज्यादा मजबूत माना जा रहा है सांसद, जिला पंचायत अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष के अति प्रिय है वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य और जिला उपाध्यक्ष संगठन भी है।
ब्राह्मण बिरादरी से भी तीन से चार नाम ही निकल कर आ रहे हैं। जिनमें राहुल पंडित, दीपक भारद्वाज और सेवानंद शर्मा इत्यादि और अगर इन तीन बिरादरी से अलग किसी को जिला अध्यक्ष बनाया जाता है तो उनमें में सबसे मजबूत नाम रवि जिंदल और मनोज गर्ग का माना जा रहा है।

