ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ मेधा रूपम ने जनस्वास्थ्य विभाग के टीम के साथ बैठक की। एसीईओ ने ग्रेटर नोएडा में रखे डस्टबिन से नियमित कूड़ा उठाने के निर्देश दिए। जहां पर डस्टबिन नहीं हैं , वहां डस्टबिन रखे जाएंगे। एसीईओ ने जी-20 समिट को ध्यान में रखते हुए ग्रेटर नोएडा के कोने-कोने में सफाई व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के निर्देश दिए। जनस्वास्थ्य विभाग की टीम को नियमित तौर पर फील्ड में रहकर निगरानी करने को कहा है। साथ ही वे खुद भी नियमित तौर पर सेक्टरों में सफाई व्यवस्था का जायजा लेती रहेंगी।
एसीईओ ने जलापूर्ति विभाग के साथ भी बैठक की। ग्रेटर नोएडा में सप्लाई को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए। एसीईओ ने कहा कि अगर किसी कारणवश कहीं पर भी सप्लाई बाधित होती है तो सूचना मिलते ही तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था करें, ताकि वहां के निवासियों को परेषान न होना पड़े। बैठक से पूर्व एसीईओ मेधा रूपम ने जलापूर्ति नेटवर्क का मौके पर जाकर जायजा भी लिया।
गांवों की साफ सफाई पर भी ध्यान दे प्राधिकरण
गांव भी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का ही हिस्सा है। वहां की साफ सफाई पर भी प्राधिकरण को ध्यान देना चाहिए। प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों को गांव का औचक निरीक्षण करना चाहिए। जिससे की साफ सफाई की व्यवस्था का सच सामने आ सके। गांव में नाम मात्र के लिए सफाई की जाती है महीने में 2 से 3 दिन ही, एक या दो कर्मचारी ही सफाई करते नजर आते हैं। गांव में गंदगी का बुरा हाल है गंदगी के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। बीमारियों का बढ़ने का खतरा बना हुआ है।