ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी
किसान सभा ने 89 वें दिन जोरदार नारेबाजी करते हुए प्राधिकरण पर धरना प्रदर्शन किया। किसान सभा के पांच सदस्य प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य कार्यपालक अधिकारी से आंदोलन के मुद्दों पर बातचीत की। पीड़ित किसान उमेश पुत्र खजान सिंह निवासी सैनी के साथ प्राधिकरण कर्मचारियों से मिलीभगत कर हुई ठगी की शिकायत मुख्य कार्यपालक अधिकारी से की। किसान सभा के 89 वें दिन धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता रति देवी ने की संचालन सतीश यादव ने किया धरने को संबोधित करते हुए प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने मुख्य कार्यपालक अधिकारी से आंदोलन के मुद्दे पर हुई बातचीत के बारे में अवगत करते हुए कहा कि मुख्य कार्यपालिका अधिकारी हमारे प्राधिकरण स्तर के सभी मुद्दों पर फिर से सहमति व्यक्त कर रहे हैं। आबादी निस्तारण के प्रकरणों, 120 मीटर के न्यूनतम साइज के प्लाट, साढे 17% के प्लाट कोटा, किसान कोटे के प्लाटों में दुकान बनाकर बेचने की अनुमति के प्रावधान किए जाने, शिफ्टिंग के संबंध में संपूर्ण रखने की नीति बनाए जाने और तब तक शिफ्टिंग के प्रकरणों की लीजबैक की अनुमति प्रदान करने, 533 और 208 प्रकरणों को शासन से जल्दी ही अनुमोदित करने का आश्वासन दिया है। बाकी चार बड़े मसलों 10% आबादी प्लाट, नए कानून के तहत भूमि की खरीद और अधिग्रहण में नए कानून के सभी लाभ प्रभावित किसानों को दिए जाने, भूमिहीनों के 40 वर्ग मीटर के प्लाट और रोजगार के नीति पर और समय की मांग की है।
किसान सभा 16, 17 अगस्त को सांसद सुरेंद्र नागर एवं विधायक धीरेंद्र सिंह से समय लेकर एक राउंड बातचीत मुख्य कार्यपालक अधिकारी के साथ इन चारों मसलों पर करेगी। किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि अभी तक आंदोलन की उपलब्धियां उल्लेखनीय हैं परंतु आंदोलन के चारों बड़े मसले अभी भी लंबित हैं जिन्हें पूर्ण किए बिना आंदोलन समाप्त नहीं होगा। धरने को सुनील फौजी ने संबोधित करते हुए कहा कि नए कानून का उल्लंघन कर जमीनों की खरीद हो रही है नए कानून को लागू किए बिना आंदोलन खत्म नहीं होगा किसान सभा के सचिव संदीप भाटी ने संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र के किसान अपने मुद्दों पर अडिग हैं और मुद्दों को हल किए बिना आंदोलन समाप्त नहीं होगा।
धरने को जगबीर नंबरदार, प्रशांत भाटी, श्याम सिंह प्रधान, पप्पू प्रधान, किसान सभा के जिला अध्यक्ष नरेंद्र भाटी, सूबेदार ब्रह्मपाल, हरेंद्र खारी, बिजेंद्र नागर, मोनू मुखिया, सुरेंद्र खानपुर, तिलक देवी, जोगेंद्र, गीता भाटी, पूनम भाटी, प्रेमवती गवरी मुखिया अजी पाल भाटी, बुध पाल यादव, सुरेंद्र यादव, निशांत रावल ने संबोधित किया और हजारों की संख्या में किसान मौजूद रहे।