नोएडा।दिव्यांशु ठाकुर
सेक्टर-8 स्थित बिजलीघर के पास की एक पक्की झुग्गी में, जब पूरा परिवार गहरी नींद में था, शॉर्ट सर्किट से लगी आग ने तेजी से फैलते हुए तीन बच्चियों की जान ले ली। माता-पिता ने अपनी जान की परवाह किए बिना बच्चियों को बचाने की कोशिश की, लेकिन धुएं और लपटों के चलते कुछ नहीं कर सके। चीख-पुकार के बीच ही तीनों बच्चियां उनके सामने जलकर खाक हो गईं।
मंगलवार को हुई इस दुर्घटना के वक्त दौलतराम का इकलौता बेटा हनी, जो कि पांचवी कक्षा में पढ़ता है, अपनी बुआ के सेक्टर-11 स्थित घर में सो रहा था। यदि वह उस रात झुग्गी में होता, तो वह भी इस हादसे का शिकार हो जाता। सुबह हनी को इस घटना की जानकारी दी गई, जिससे वह पूरी तरह से स्तब्ध और गुमसुम हो गया। अस्पताल में भी वह आंसुओं से भरा हुआ था।
आसपास के लोगों ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के आधे घंटे बाद ही पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। पहले कई बार पुलिस को फोन किया गया, लेकिन फोन नहीं लगा। एक पड़ोसी युवक ने फायर स्टेशन में जाकर जानकारी दी। पुलिस और अग्निशमन विभाग के पहुंचने से पहले ही आसपास के लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की। आग में कमरे का सारा सामान जलकर खाक हो गया।
दौलतराम, जो मैनपुरी से पांच साल पहले नोएडा आया था, ने कर्ज लेकर एक ई-रिक्शा खरीदा था। ई-रिक्शा चलाकर ही वह अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहा था। उसके कई रिश्तेदार पहले से ही नोएडा में रहते हैं। पिछली साल भी दौलतराम की पिछली झुग्गी में आग लगी थी, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई थी।
आस्था, नैना, और आराध्या कोंडली के प्राथमिक स्कूल में क्रमशः पांचवीं, तीसरी, और नर्सरी में पढ़ती थीं। हनी भी कोंडली के जीबीएसएस स्कूल में पांचवी कक्षा का छात्र है। इस घटना के बाद स्कूल में भी जानकारी दी गई थी।
घटना के बाद कई स्वयंसेवी संगठनों के लोग मौके पर पहुंचे और परिवार को मदद का आश्वासन दिया। माकपा के जिला प्रभारी गंगेश्वर दत्त शर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल भी पीड़ित परिवार से मिला और सहयोग का आश्वासन दिया। संगठनों ने सरकार से मुआवजे की भी मांग की है।
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